अलवर.अलवर में मंगलवार रात को तिजारा फ्लाईओवर पर एक 15 वर्षीय बालिका लहूलुहान हालत में पड़ी हुई मिली थी. उसके प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग हो रही थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता को तुरंत इलाज के लिए अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया. पीड़िता (Specially abled girl raped in Alwar) की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए जयपुर रेफर किया गया, जहां जेके लोन अस्पातल में उसका इलाज चल रहा है.
दूसरी तरफ इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि बालिका मानसिक रूप से विशेष योग्यजन श्रेणी की है. इसलिए वो बोल नहीं पा रही है. ऐसे में पुलिस के सामने मामले की जांच पड़ताल के लिए साइंटिफिक आधार है. पीड़िता की पहचान हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता मालाखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली है. इस मामले की जांच पड़ताल के लिए पहली बार जयपुर से एफएसएल टीम (Jaipur FSL team reached Alwar) बुलाई गई है. इसमें राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक डॉ राजेश सिंह, प्रयोगशाला के वरिष्ठ वैज्ञानिक राम सिंह कुमावत व संजय कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं.
निर्भया कांड के जख्म हुए हरे
इस मामले ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद (Nirbhaya case in Alwar) को ताजा कर दिया है. दिल्ली में युवती के साथ गैंग रेप करके उसे सड़क पर फेंक दिया गया था. वैसा ही मामला अलवर में आया है. पुलिस भी इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि प्रत्येक पहलू के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है. पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए छह टीमों का गठन किया गया है. जिस जगह पर बालिका को फेंका गया था, उस क्षेत्र के आसपास चौराहे व सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग पुलिस टीम चेक कर रही है.
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