अलवर.आने वाले समय में अलवर का मत्स्य विश्वविद्यालय रिसर्च के लिए भी प्रदेश में अपनी खास पहचान रखेगा. विश्व विद्यालय की तरफ से रिसर्च वर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं छात्रों को रिसर्च के माध्यम से विश्वविद्यालय जोड़ने का प्रयास कर रहा है. इसके अलावा चल रही विश्वविद्यालय अपने नए भवन में पहुंचेगा जहां कक्षाएं भी चल सकेंगी.
अलवर के मत्स्य विश्वविद्यालय के वीसी ने कहा- आने वाले समय में रिसर्च के लिए विशेष पहचान रखेगा विश्वविद्यालय
मत्स्य विश्वविद्यालय की तरफ से रिसर्च वर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं छात्रों को रिसर्च के माध्यम से विश्वविद्यालय जोड़ने का प्रयास कर रहा है. इसके अलावा चल रही विश्वविद्यालय अपने नए भवन में पहुंचेगा जहां कक्षाएं भी चल सकेंगी.
अलवर का राजर्षि भर्तहरि मत्स्य विश्वविद्यालय लेटलतीफी के लिए पूरे प्रदेश में बदनाम था. आए दिन परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी, परीक्षा में गड़बड़ी, देरी से सत्र चलना, विश्वविद्यालय की साइट हैक होना सहित कई विवाद विश्वविद्यालय में चलते थे. इसके चलते विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले एक लाख से अधिक छात्रों के भविष्य को भी खतरा रहता था. लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. विश्वविद्यालय के समय पर परीक्षाएं हुई हैं. परीक्षा परिणाम अन्य विश्वविद्यालयों से पहले जारी किया गया है. परीक्षाओं के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी के मामले भी सामने नहीं आए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से आने वाले समय में कई और बदलाव करने को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं. विश्वविद्यालय अब रिसर्च वर्क के लिए भी प्रदेश में अपनी खास पहचान रखेगा. विश्वविद्यालय की तरफ से इसके लिए नए विषयों पर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा व रिसर्च कराया जाएगा.
विश्वविद्यालय वाइस चांसलर जेपी यादव ने बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय में रिसर्च वर्क भी शुरू होगा. इसके लिए नए विषयों पर छात्रों को रिसर्च करने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही प्रदेश स्तर में होने वाले रिसर्च वर्क में अलवर के युवा भाग लें. प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में रिसर्च स्कॉलर अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करते हैं. इसमें अलवर के युवाओं की भी भागीदारी बढ़ेगी साथ ही पेपर के युवाओं को रिचार्ज करने के लिए दूसरे जिलों व राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा. विश्व विद्यालय की तरफ से जल्द ही कुछ नए कोर्स भी शुरू करने को लेकर काम चल रहा है. वाइस चांसलर ने कहा कि विश्वविद्यालय हल्दीना स्थित अपने नए भवन में शिफ्ट होगा. नए भवन का काम पूरा हो चुका है. सड़क का काम जल्द पूरा होगा. जिसके बाद विश्वविद्यालय अपने नए भवन में शिफ्ट हो सकेगा.