अलवर. जिले में जैसे-जैसे कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ रहा है. वैसे वैसे कई तरह की गड़बड़ियां भी सामने आने लगी हैं. हाल ही में कोरोना सैंपल के पैकिंग व लाइन लिस्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिसके बाद जयपुर लैब ने अलवर के 454 सैंपल को रिजेक्ट कर दिया. जिले में बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जिससे ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग का दबाव प्रशासन पर बनता जा रहा है. ऐसे में कई तरह की अनियमितताएं सामने आई हैं.
कोरोना के सैम्पल की पैकिंग व लाइन लिस्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. इस पर जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब ने अलवर के 452 सैंपल को रिजेक्ट कर दिया है. इसमें सर्वाधिक 334 सैंपल भिवाड़ी के हैं. जबकि टपूकड़ा के 81, अलवर के 53, डोटाना के 45, तिजारा के 35 और थानागाजी के 5 सैंपल शामिल हैं. अब उन्हें जांच के लिए फिर से सैंपल लेकर भेजा जाएगा.
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जयपुर लैब के जांच अधिकारियों ने कहा की वैक्सीन कैरियर में आने वाले सैंपल की इस सीरीज में लाइन लिस्ट नहीं है. जबकि सीएमएचओ का कहना है कि हमारे यहां से सैंपल बीते कई महीने से एक ही तरह से भेजे जा रहे हैं. जिले में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए जिला कलेक्टर के निर्देश पर अधिक से अधिक संख्या में सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे जा रहे हैं. अलवर के अब तक 5000 से अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट पेंडिंग है. इसमें अलवर शहर के 862, बानसूर के 118, बहरोड के 145, भिवाड़ी के 1003, खेड़ली के 161, किशनगढ़ बास के 344, कोटकासिम के 122, लक्ष्मणगढ़ के 158, मालाखेड़ा के 163, मुंडावर के 75, राजगढ़ के 107, रैणी के 42, शाहजहांपुर के 138, थानागाजी के 57, तिजारा के 427 रिपोर्ट अभी पेंडिंग है.
जिले में लगातार मिल रहे संक्रमित मरीजों ने सभी को परेशान कर दिया है. तो वहीं पड़ताल में सामने आया है कि सैंपल लेने की प्रक्रिया में पहले प्रत्येक व्यक्ति की ऑनलाइन एंट्री rt-pcr पर होती है. वहां से उस नाम के लिए एक आईडी जनरेट होती है. जिसे वीटीएम व लाइन लिस्ट में लिखा जाता है. अभी जिले में जो सैंपल लिए जा रहे हैं, उनमें हर सेंटर के सैंपल को एक नंबर की सीरीज दी जा रही है. अब संख्या बढ़ने के कारण जयपुर में परेशानी आ रही है. ऐसे में अधिकारियों का कहना है कि पूरे जिले का एक ही सीरियल नंबर हो, जिससे सैंपल अन्य सैंपल से अलग रहे. जिससे की किसी तरह की गड़बड़ी ना हो.