अजमेर.राजस्थान सरकार के भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के अधीन अजमेर के तोपदड़ा क्षेत्र में संचालित राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय की कायापलट होने जा रही है. अजमेर स्मार्ट लिमिटेड ने पुस्तकालय के जनाधार का बीड़ा उठाया है. पुस्तकालय में 40 हजार से अधिक पुस्तकों का खजाना है. यह पुस्तकालय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए काफी सहायक साबित हो रहा है. देखें ये खास रिपोर्ट
अजमेर स्थित राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय का होगा कायापलट... सरकारी नौकरी में मिल रही सफलता...
सन 1997 में ऐतिहासिक तोपदड़ा स्कूल परिसर में एक गुमटी में पुस्तकालय की शुरुआत हुई थी. सन 2004 में पुस्तकालय को खुद का भवन मिला. इस पुस्तकालय में हर आयु वर्ग और विभिन्न विषयों से संबंधित पुस्तकों का खजाना है. खासकर समसामयिक विषयों की पुस्तकों की संख्या अधिक है. इस पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सरकारी नौकरी प्राप्त करने में सफलता हासिल की है. आज भी सैकड़ों युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए नियमित रूप से पुस्तकालय में आते हैं. पुस्तकालय में आने वाले युवाओं ने बताया कि बाजार में महंगी किताबें मिलती हैं. कई युवा उन्हें खरीदने में असक्षम होते हैं. लाइब्रेरी में विभिन्न विषयों की पुस्तकें का आसानी से उपलब्ध हो जाती है, जिससे परीक्षा की तैयारी करने में काफी मदद करती है.
लाइब्रेरी में अभ्यर्थियों के लिए उपलब्ध किताबें... पढ़ें:Special: गंदगी में डूबते डिग्गी तालाब को संरक्षण की दरकार, अजमेर के हजारों लोगों को मिल सकता है पीने का पानी
घटिया मटेरियल की खुली पोल...
पुस्तकालय तीन इमारतों में संचालित हो रही है. मुख्य इमारत में पुस्तकों का खजाना हैं. हर किताब का कंप्यूटर में रिकॉर्ड है. वहीं, दूसरी इमारत में वाचनालय जहां बुजुर्ग और युवाओं के पढ़ने की व्यवस्था है. तीसरी इमारत कुछ ही दूरी पर है, जहां बच्चों की लाइब्रेरी स्थापित है. सन 2008 में बच्चों की लाइब्रेरी स्थापित की गई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसका उद्घाटन किया था. पीडब्ल्यूडी ने बच्चों की लाइब्रेरी की इमारत बनाई थी, लेकिन कुछ ही सालों में इमारत में लगे भवन मटेरियल की पोल खुल गई. बारिश में लाइब्रेरी की छत टपकती है, ऐसे में बच्चों के लाइब्रेरी की दुर्दशा हो रही है.
अभ्यर्थियों के लिए कई प्रकार की सुविधाएं... अब होगा कायापलट...
कलेक्टर और अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम के आयुक्त और अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव की पहल पर पुस्तकालय की कायापलट होगा. 40 लाख रुपये की लागत से लाइब्रेरी का रिनोवेशन होगा. लाइब्रेरी में बच्चों के बैठने एवं पुस्तकें पढ़ने के लिए एक हॉल बनाना भी प्रस्तावित है. छत की वाटर प्रूफिंग होगी. पुस्तकालय के अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने बताया कि पुस्तकालय प्रतियोगी परीक्षाओं के युवाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है. पुस्तकालय में मरम्मत का कार्य पूरा होने से वाचनालय में पढ़ने वाले युवाओं बुजुर्गों को सुविधा मिलेगी. वहीं, बच्चों की लाइब्रेरी की मरम्मत का कार्य होने से बच्चों को भी विशेष माहौल पढ़ने के लिए मिलेगा. अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत चल रहे 99 प्रोजेक्ट में सौंदर्यीकरण, ग्रीनरी एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काम हो रहे हैं. पुस्तकालय के कायापलट का बीड़ा उठाकर अजमेर स्मार्ट सिटी ने पुस्तक प्रेमियों के मर्म को भी समझा है.