अजमेर. जिले में कोरोना वायरस के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. जेएलएन अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार 245 कोरोना संक्रमित मरीज अभी तक सामने आ चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा कोरोना के संक्रमित मरीज दरगाह क्षेत्र में मिले हैं. दरगाह क्षेत्र एवं आसपास के इलाकों में कर्फ्यू जारी है. जिले में 17 थाना क्षेत्र कर्फ्यु से प्रभावित हैं. वही दूसरी ओर लॉकडाउन क्षेत्र में लंबे अरसे के बाद ढील दी गई है.
अजमेर में सड़कों पर दिखी रौनक बता दें कि नाई, धोबी, कपडे, चाय, सुनार की दुकानों के अलावा सभी तरह की दुकानें खुल गई हैं. 2 माह से लॉकडाउन में घर रहकर सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी पालना की गई. यही वजह है कि दुकानों पर लोगों की आवक कम है. साथ ही जो लोग आ रहे हैं वो भी अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रख रहे हैं. इधर, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मार्टिंडल ब्रिज से गांधी भवन, गांधी भवन से पुरानी आरपीएससी एवं गांधी भवन से आगरा गेट तक बन रहे एलिवेटेड ब्रिज का कार्य फिर से शुरू हो गया है.
बता दें कि ब्रिज के लिए 91 पिलर्स बनने हैं. इसमें 65 पिलर्स का फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है. हालांकि अभी जनउपयोगी सरकारी कार्य शुरू नहीं हुए हैं. व्यापारी भी चाहते हैं कि एलिवेटेड ब्रिज का काम जल्दी से पूरा हो जाए. लॉकडाउन में छूट मिलने से दुकानदारों के चेहरों पर कुछ खुशी दिखी है. दुकानदारों का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो अजमेर में व्यापार डेढ़ से 2 महीने में पटरी पर आ जाएगा.
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उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान दुकानें बंद रहने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इनकम बंद हो गई. वहीं दुकान के स्टाफ का वेतन भी हर महीने देना मुश्किल हो रहा था. बता दें कि अजमेर में लॉकडाउन क्षेत्र में मिली छूट से माध्यम वर्ग व्यापारियों में खुशी है. वहीं दिहाड़ी कामगारों को छूट में राहत नहीं मिलने से वह भी सरकार की ओर उम्मीद की नजर से देख रहे हैं.