रीवा। नव बिरसा मुंडा भूमि अधिकार जागृत एवं महिला सशक्तिकरण समिति ने आदिवासी लोगों के साथ कमिश्नर कार्यालय के बाहर जल-जंगल-जमीन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. समिति ने जमीन की मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के खिलाफ आमरण अनशन की चेतावनी दी है.
जल-जंगल-जमीन के लिए आदिवासियों का हल्लाबोल, प्रदर्शन कर सरकार को दी ये चेतावनी
आदिवासी लोगों राष्ट्रीय जनलोक अदालत के बैनर तले जल-जंगल-जमीन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. समिति ने जमीन की मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के खिलाफ आमरण अनशन की चेतावनी दी है.
समिति ने राष्ट्रीय जनलोक अदालत के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया. आदिवासियों ने गरीब आवास योजना के तहत मकान बनाए जाने की मांग की, 30 डिसमिल भूमि पर इन परिवारों को आवास बनाने, मध्यप्रदेश शासन का पट्टा प्रमाण पत्र भूमिहीनों को दिलाने, गरीब बेरोजगारों को रोजगार दिलाने और पंपसेट लाइट की सुविधा जैसी मांगों को पूरा करने की मांग की है.
लोगों का कहना है कि बिरसा मुंडा और भीम राव अंबेडकर आदिवासियों के वंशज हैं, ऐसे में इन वाजिब मांगों को पूरा नहीं करना सरकार की नाकामी साबित होगी, जबकि मांगे पूरी नहीं होने को लेकर कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो इस आंदोलन को बढ़ाते हुए आमरण अनशन की तैयारी की जा रही है.