मंदसौर। खरीफ मौसम में हुई अतिवृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ था. एक तरफ जहां किसानों की फसलें बर्बाद हुईं. वहीं किसानों के घर भी भारी बारिश से बर्बाद हुए. बावजूद इसके किसानों को न तो आजतक कोई मुआवजा दिया गया और न ही शासन की तरफ से कोई मदद. जिसके चलते किसान इस नुकसान से आजतक नहीं उभर पाए हैं.
अतिवृष्टि से पीड़ित किसानों को अभी तक नहीं मिला मुआवजा ,किसानों में आक्रोश
खरीफ मौसम में हुई अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के लिए किसान आज भी मुआवजे की राशि के लिए भटक रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई में व्यस्त है.
बाढ़ से बर्बाद हुई फसल की राहत के लिए राज्य सरकार ने दो फेज में मुआवजा बांटने की योजना बनाई है. लेकिन जिले के 60 फ़ीसदी लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. वहीं बाढ़ की चपेट में आई निचली बस्तियों के मामले में प्रशासनिक अधिकारी अभी भी कानूनी कार्रवाई करने की ही बात कर रहे हैं.
बता दें जिले में भारी बारिश के चलते लगभग 4000 लोगों के मकान ढह गए थे. इसके साथ ही लगभग 60 हजार हेक्टेयर जमीन में खड़ी सोयाबीन और उड़द की फसलें भी पूरी तरह नष्ट हो गई थी. लेकिन पीड़ित लोग अभी भी मुआवजे की राशि के लिए तरस रहे हैं.