जबलपुर। जिला कलेक्टर ने अमानक धान की नीलामी को लेकर बैठक का आयोजन किया, इस दौरान निर्णय लिया गया कि 2019 में खरीदी गई धान में से अमानक पाए जाने वाली धान की नीलामी 9 जून को ऑफलाइन होगी. ये निलामी मंगलवार को दोपहर 12 बजे मंडी प्रांगण में शुरू की जाएगी.
9 जून को होगी रिजेक्टेड धान की नीलामी, कलेक्टर ने दिए निर्देश
जबलपुर कलेक्टर ने अमानक धान की नीलामी को लेकर बैठक आयोजित कर 9 जून को ऑफलाइन नीलामी करने का फैसला लिया है, इसके लिए कलेक्टर ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
दरअसल, बीते साल समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान में से अमानक पाई गई 18 हजार 710 मीट्रिक टन धान की नीलामी 9 जून को होगी. कलेक्टर ने बैठक में बताया गया कि रिजेक्टेड धान की 9 जून को होने वाली नीलामी ऑफलाइन की जाएगी. बैठक में अमानक धान की नीलामी के बारे में लिए गए निर्णय के मुताबिक धान की खुली नीलामी के लिए इच्छुक व्यापारियों से कीमतें नीलामी समिति के सदस्यों के सामने सील बंद लिफाफे में ली जाएंगी. नीलामी मात्रा की लाटवार के सूची अनुसार नीलामी की न्यूनतम दर 1250 रुपये और 1375 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है.
बैठक में बताया कि नीलामी में भाग लेने वाले व्यापारियों को दो लाख रुपये की अमानत राशि का सहकारी केंद्रीय बैंक जबलपुर के पक्ष में जारी डिमांड ड्राफ्ट प्रस्तुत करना होगा. खुली नीलामी में दरें प्राप्त करने का समय सुबह 12 बजे से दोपहर एक बजे तक होगा और प्राप्त दरों की उद्घोषणा इसी दिन दोपहर डेढ़ बजे की जायेगी. कलेक्टर यादव ने बैठक में कहा कि खुली नीलामी की कार्रवाई कृषि उपज मंडी समिति के सदस्यों में से दो कृृषक प्रतिनिधियों की मौजूदगी में की जाये. साथ ही नीलामी के समय अमानक धान उपार्जन करने वाली समितियों के प्रबंधक और एक खरीदी केंद्र प्रभारियों का उपस्थित रहना जरूरी है.
कलेक्टर ने बैठक में नीलामी की वीडियो रिकॉर्डिंग करने का आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि खुली नीलामी के बाद संबंधित व्यापारी से अधिकतम प्राप्त स्वीकृत दर की संपूर्ण राशि का 30 फीसदी तीन दिन के अंदर और बकाया राशि का 70 प्रतिशत सात दिन में जिला सहकारी बैंक के खाते में जमा कराना सुनिश्चित किया जाए. इसी के साथ उसे नीलामी से प्राप्त संपूर्ण मात्रा का उठाव 15 दिन के भीतर करना होगा.
कलेक्टर ने बैठक में बताया कि खरीफ उपार्जन वर्ष 2019 में जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की प्रक्रिया के तहत कुल 3 लाख 90 हजार मीट्रिक टन धान किसानों से खरीदा गया था. इसमें से 19 हजार 488 मीट्रिक टन अमानक धान हृदय नगर, बीजापुरी और भरतपुर ओपन कैंप में भंडारण के समय अस्वीकृत कर दिया गया था.