इंदौर।राजधानी भोपाल में कुछ सालों पहले पेट्रोल पंप पर लगी मशीनों में चिप लगाकर पेट्रोल चोरी करने की घटनाएं सामने आई थी. जिसके बाद अब इंदौर में नापतोल विभाग और पेट्रोलियम कंपनियां पेट्रोल पंपो पर विशेष नजर बनाए हुए हैं, हालांकि जिस तरह से पेट्रोलियम कंपनियां मशीनों को अपडेट कर रही है वैसे ही घोटाला करने वाले तरह-तरह की टेक्नोलॉजी का उपयोग करने में लगे हुए हैं. वहीं अधिकारियों ने दावा किया है कि अब मशीनों में किसी भी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है.
दरअसल, इंदौर शहर में कुछ पेट्रोल पंप पर मीटर सेट करने के बावजूद डिवाइस लगाकर पेट्रोल चोरी करने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि नापतोल विभाग ने इन सभी शिकायतों को सिरे से नकारता नजर आ रहा है, वहीं कुछ पेट्रोल पंप मालिक नोजल बटन में कारस्तानी करके पेट्रोल चोरी कर रहे हैं. पेट्रोल पंप संचालकों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो सके, इसके लिए लगातार गड़बड़िया की जा रही है. पेट्रोल चोरी की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए पिछले कुछ सालों में पेट्रोल कंपनियों ने मशीनों को अपडेट किया है, ताकि होने वाली गड़बड़ियों को रोका जा सके.
मशीनों में चिप लगाकर गड़बड़ी की शिकायतें आई थी सामने
भोपाल के दो पेट्रोल पंप पर चिप लगाकर चोरी करने की शिकायतें सामने आई थी, जिसका खुलासा भी हुआ था. वहीं पेट्रोलियम कंपनियों ने पंप पर मौजूद मशीनों को अपडेट किया था, ताकि किसी प्रकार से पेट्रोल पंप मालिक पेट्रोल चोरी की वारदात को अंजाम न दे सकें. वहीं कुछ समय पहले पेट्रोलियम कारोबार से जुड़े लोगों ने यह भी बताया था कि विदेशों में तैयार सॉफ्टवेयर से पेट्रोल पंप में चिप लगाकर पेट्रोल और डीजल की चोरी की जा सकती है. हालांकि नापतोल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब मशीनों को पूरी तरह से सील कर दिया जाता है, और यदि अगर कोई मशीन में गड़बड़ी करने की कोशिश करता है, तो उसकी जानकारी तत्काल अधिकारियों को लग जाती है.