इंदौर।शहर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में पिछले दिनों इंटीरियर डिजाइनर करुणा शर्मा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में पुलिस ने तकरीबन 25 सौ शब्दों का सुसाइड नोट भी बरामद किया था, जिसमें इंटीरियर डिजाइनर ने विभिन्न लोगों के नाम का जिक्र किया था. (Interior designer suicide case) इंटीरियर डिजाइनर को लोगों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था, फिलहाल पूरे मामले में पुलिस अभी भी जांच करने में जुटी हुई है और जांच के बाद पूरे मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कर रही है.
सुसाइड नोट कानून की नजर में कोई पुख्ता सबूत नहीं: इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में इंटीरियर डिजाइनर करुणा शर्मा ने अपने 12 पेज के सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम लिखे थे, उन नामों के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों को नोटिस देकर बयान के लिए बुलवाया. एक के बाद एक आरोपियों के द्वारा पुलिस को बयान भी दे दिए गए, वहीं पुलिस अभी भी इस मामले में लगातार जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. डीसीपी संपत उपाध्याय का कहना है कि, "प्रारंभिक तौर पर सुसाइड नोट को साक्ष्य के रूप में माना जाता है, लेकिन उसकी जांच भी की जाती है. सुसाइड नोट को जब्त कर उसमें लिखे नामों की तफ्तीश की जा रही है और आने वाले दिनों में मामले में कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मृतक के परिजनों के बयान भी इस पूरे मामले में ले लिए गए हैं, वहीं सुसाइड नोट कानून की नजर में कोई पुख्ता सबूत नहीं है."