भोपाल। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के डेढ़ दशक बाद मध्यप्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस सरकार 10 जुलाई को अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी. जिससे आम आदमी से लेकर व्यापारी और किसान सबकी उम्मीदें जुड़ी हैं. खास बात ये है कि किसानों के दम पर ही सत्ता में वापसी करने वाली कमलनाथ सरकार के लिए किसानों की उम्मीदों पर खरा उतरना सबसे बड़ी चुनौती होगी.
मौसम की बेरुखी और खराब होती फसलों की मार झेल रहा किसान अब कमलनाथ सरकार की तरफ आस भरी नजरों से देख रहा है. दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार की किसान कर्जमाफी योजना अब तक कारगर तरीके से अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है. ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि 10 जुलाई को वित्त मंत्री तरुण भनोत अपने पिटारे से उनके लिए कुछ खास सौगातें दे सकते हैं.
कमलनाथ के बजट पिटारे से किसानों की उम्मीदें अन्नदाता की उम्मीदों को देखते हुए माना जा रहा है कि बजट में किसानों के लिए कुछ खास योजनाएं निकल सकती हैं. जिसमें ओडिशा की कालिया स्कीम और रायतु बंधु जैसी किसी योजना की घोषणा सरकार कर सकती है. जिसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा. इसके अलावा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और फसलों के वाजिब दाम के लिए भी पारदर्शिता पर काम किया जा सकता है. बजट पर वित्त मंत्री तरुण भनोत का कहना है कि ऐसा बजट लाने जा रहे हैं, जो सभी की उम्मीदों पर खरा उतरेगा.
वित्त मंत्री तरुण भनोत भले ही बजट में किसानों को खुश करने की बात कह रहे हैं, लेकिन तंग हाली से जूझ रहे मध्यप्रदेश के खजानें से किसानों की उम्मीदों को पूरा करना कमलनाथ सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.