भोपाल। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनावी दुंदुभी बजा दी है, सात चरणों में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित होंगे. चार चरणों में मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. एमपी में पहले चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को होगी, दूसरे चरण की 6 मई, तीसरे चरण की 12 मई और चौथे चरण की वोटिंग 19 मई को होगी.
लोकसभा चुनाव का शंखनाद, मध्यप्रदेश की सियासी पार्टियां तैयार
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनावी दुंदुभी बजा दी है, सात चरणों में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित होंगे. चार चरणों में मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी.
इस समय प्रदेश की 29 सीटों में से 26 पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि तीन सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं. माना जा रहा है कि बदले सियासी हालात में कांग्रेस, बीजेपी को अच्छी टक्कर दे सकती है. जानकार मानते हैं कि कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिली जीत का लाभ मिल सकता है. हालांकि, बीजेपी भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है, ताकि किसी तरह का जोखिम न उठाना पड़े.
दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जुट गये थे क्योंकि 2014 में चली मोदी लहर के बाद विपक्ष पूरी तरह सिमट गया था, लेकिन 2018 के आखिर में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस में नई जान फूंक दी है, जिसके बाद सत्ता में आते ही कांग्रेस अपने हर वादे को हकीकत में तब्दील करने लगी, ताकि जनता में कांग्रेस के प्रति उपजा विश्वास बरकरार रहे और इसका लाभ लोकसभा चुनाव में मिल सके.