भोपाल।कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave of Corona) के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन में बदलाव (Change in Congress Organization) की बयार साफ दिखाई दे रही थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही इसकी गति मंद पड़ गई थी, लेकिन अब लग रहा है कि कांग्रेस संगठन को वेंटीलेटर से बाहर लाने की कवायद फिर से शुरू होने वाली है. इस दौरान कई जिलों के निष्क्रिय जिला कांग्रेस अध्यक्षों को बदला जाएगा. अभी भी कई जिलों में पुरानी कांग्रेस कमेटियां (Old Congress Committees) ही काम कर रही हैं.
पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief Kamal Nath) को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee) में कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की खबरों के बीच जून माह में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Former Minister Sajjan Singh Verma) ने बयान दिया था कि सभी जिला कांग्रेस कमेटियों को भंग (District Congress Committees Dissolved) किया जाएगा. नए और युवा चेहरों को आगे आने का मौका दिया जाएगा.
इसके कुछ दिनों बाद ही कमलनाथ के मध्य प्रदेश न छोड़ने के बयान के चलते संगठन में बदलाव की खबरों पर विराम लग गया. हालांकि इस बीच कुछ जिला अध्यक्षों को बदला भी गया. वहां पर कमलनाथ समर्थक व्यक्तियों को कमान सौंपी गई. इन दिनों कांग्रेस राजधानी भोपाल के अलावा उपचुनाव (By-Election) वाले क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है.
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आने वाले समय में बदले जाएंगे जिला अध्यक्ष
कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव (Congress Spokesperson Ajay Singh Yadav) का कहना है कि कुछ जिलों में जिला कांग्रेस अध्यक्षों को बदले जाने की आवश्यकता थी. इसलिए वहां बदलाव किए गए हैं. इसके साथ ही उन जिला अध्यक्षों को भी बदलने की प्रक्रिया चल रही है जो सक्रिय नहीं है. यहां पर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. अजय सिंह यादव का दावा है कि प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस के कार्यकर्ता मजबूती से काम कर रहे हैं. संगठन के कार्यक्रम हर जिले में चल रहे हैं. आने वाले दिनों में लंबे समय से पद पर बने हुए जिला अध्यक्षों को बदला जाएगा.