भोपाल। मध्य प्रदेश के निगम मंडलों में फिलहाल अभी नियुक्तियां नहीं की जाएंगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में निगम मंडलों के कामकाज को संबंधित मंत्रियों को संभालने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद से अब यह माना जा रहा है कि निगम मंडल की नियुक्तियों पर फुल स्टॉप लग गया है.
उपचुनाव के नतीजे आने के बाद से ही बीजेपी के कई नेता सत्ता का सुख भोगने के लिए निगम मंडल में नियुक्तियों का इंतजार कर रहे थे. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट बैठक में घोषणा के बाद अब यह साफ हो गया है कि निगम मंडलों में अभी नियुक्तियां नहीं होंगी. हालांकि सिंधिया अभी भी अपने समर्थकों को निगम मंडल में नियुक्ति दिलाने की कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में जिस अंदाज में मुख्यमंत्री ने निगम मंडलों को उनके संबंधित मंत्रियों को जिम्मेदारी के निर्देश दिए है. उससे यह स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अभी निगम मंडल में नियुक्तियां नहीं करना चाहते. हालांकि कुछ मंत्रियों को पहले ही इन निगम मंडलों की जिम्मेदारी दी जा चुकी है.
प्रदेश में करीब निगम मंडल,आयोग, प्राधिकरण, बोर्ड सहित करीब 84 पदों पर राजनीतिक नियुक्तियां होती हैं और इन पदों पर सत्ताधारी पार्टी अपने नेताओं को उपकृत करते हुए इन पदों पर नियुक्त करती है. खासतौर से उन नेताओं को जिन्हें पार्टी चुनावी मैदान में नहीं उतार पाते. उन्हें एडजस्ट करने के लिए इन पदों पर नियुक्त करती हैं. पिछले 15 साल से इन सभी पदों पर भारतीय जनता पार्टी के नेता थे.
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