भिंड। जिले में निर्वाचन प्रक्रिया सवालों के घेरे में आती जा रही है. ना सिर्फ इससे जिला प्रशासन पर मनमानी के आरोप लग रहे हैं बल्कि अब प्रत्याशियों और समर्थकों का विरोधाभास उग्र रूप लेने लगा है. कुछ ऐसी ही तस्वीरें फिर भिंड में देखने को मिली. यहां जिला पंचायत वार्ड 5 से चुनाव लड़ी प्रत्याशी के परिजन और समर्थकों के साथ ओबीसी वर्ग ने गुरुवार देर रात 1 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 719 पर चक्काजाम कर दिया. इस दौरान उन्हें समझाइश देने भिंड अपर कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ विधायक संजीव सिंह और पूर्व विधायकों का तांता लगा रहा, लेकिन बातचीत का कोई नतीजा नही निकला. इस पूरे घटना क्रम की वजह से सैकड़ों वाहन चालक और राहगीर परेशान नजर आए तो वहीं भारी संख्या में फोर्स और पुलिसबल भी मौजूद रहा.
चुनावी धांधली! नेशनल हाईवे पर चक्काजाम:बताया जा रहा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three tier panchayat elections) के दो घटनाओं में मतदान और मतगणना कार्य पूरा होने के बाद भी प्रत्याशियों को अब तक यह पता नहीं चल पा रहा है की वे जीते हैं या हारे. कई प्रत्याशियों ने काउंटिंग के दौरान मतपत्रों का मिलान किया था. जिसके अनुसार वे अच्छे खासे वोटों से जीत रहे थे. लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही सूचना में वे प्रत्याशी हारे हुए बताए गए. जिसके बाद कई प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में रोष नजर आने लगा है. अटेर के सुरपुरा वार्ड क्रमांक 5 से जिला पंचायत प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू यादव ने ओबीसी वर्ग के समर्थकों के साथ मिलकर गुरुवार शाम पहले भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव किया और फिर दीनपुरा पर एनएच 719 पर चक्काजाम कर दिया .
एसडीएम पर गम्भीर आरोप:प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू का आरोप है कि 'मतगणना के दौरान उनके एजेंट ने तीनों राउंड में मतपत्रों का मिलान किया था. जिसमें उनकी मां करीब 1500 वोटों से आगे चल रही थीं और अंत में दो हजार वोटों से जीती. जिसकी जानकारी खुद मतगणना की रात 4 बजे अटेर के रिटर्निंग ऑफिसर ने दी थी. लिखित जानकारी मांगने पर उन्होंने 14 जुलाई को प्रमाणपत्र दिए जाने की बात कही थी. लेकिन अब उन लोगों से सूचना मिल रही है कि, उनके विरोधी प्रत्याशी सुखपाल सिंह को 1600 वोटों से जीता दिया गया है. जो कहीं से भी जीत की दौड़ में शामिल नही थे. इस बात का सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला तो एसडीएम उदय सिंह सिकरवार से मिले तो उन्होंने साफ कह दिया कि पूरा सारणीकरण हो चुका है और उसमें सुखपाल 1600 वोट से जीत गए है. ऐसे में कहीं ना कहीं यहां सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होने कहा कि हमें जानबूझकर हराया जा रहा है. हमारे साथ अन्याय हुआ है. इसी वजह से यह चक्काजाम किया गया है'.