करगिल विजय दिवस: इस सैनिक ने लिखी पहाड़ियों में बहादुरी की इबारत - bilaspur news
शहीद राजकुमार वशिष्ठ किसी पहचान के मोहताज नहीं है, करगिल युद्ध के दौरान इस देश की आन-बान और शान की रक्षा करते करते उन्होंने अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए. ब्रेवेस्ट ऑफ दि ब्रेव पुरस्कार से सम्मानित घुमारवीं के मसधान के जवान राजकुमार वशिष्ठ की कारगिल की पहाड़ियों में लिखी बहादुरी की इबारत आज 21 साल बाद भी लोगों की जुबां पर तरोताजा है.
Last Updated : Jul 27, 2020, 9:25 AM IST