ऊना: जल शक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर केंद्र सरकार की टीम ने ऊना खंड की ग्राम पंचायत प्रधानों व सचिवों के साथ बैठक की जिसकी अध्यक्षता केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की.
राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनने में लोगों को जोड़ना आवश्यक है. लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूकता लाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऊना जिला को गिरते भूजल स्तर की समस्या से ग्रस्त (वाटर स्ट्रेस्ड) घोषित किया है और एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे जा रहा है, जो कि बेहद गंभीर स्थिति है और इसके दुष्परिणाम हमें निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे.
राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को दो चरणों में चलाया जा रहा है. पहला चरण 15 सितंबर तक सभी राज्यों में और दूसरे चरण के तहत एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक उन जिलों में चलेगा जहां लौटते हुए मानसून में बारिश होती है. अभियान के दौरान पानी बचाने व वर्षा जल संग्रहण, परंपरागत जल स्रोतों के नवीनीकरण, अंडर वाटर रिचार्ज के लिए संरचना निर्माण व रख-रखाव, वाटरशेड विकास और पौधारोपण पर फोकस रहेगा.
परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना संजीव ठाकुर ने कहा कि कोई भी काम जन भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है. जल शक्ति अभियान में भी सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के साथ-साथ उनका संरक्षण भी करना चाहिए.
ये भी पढ़े: हिमाचल पुलिस के तीन अधिकारियों मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक, 15 अगस्त को होंगे सम्मानित