सोलन: जिला सोलन का ऐतिहासिक और प्रसिद्ध शूलिनी मेला 21 से 23 जून तक आयोजित किया जाएगा. मेले के प्रबंधों पर चर्चा को लेकर मेला आयोजन समिति की उपायुक्त कार्यालय के सभागार में बैठक आयोजित की गई. जिसमे कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल और सोलन से स्थानीय विधायक धनीराम शांडिल भी शामिल हुए.
इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि शूलिनी मेले में इस बार सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को और शास्त्रीय संगीत और हास्य कलाकारों को तरजीह दी जाएगी ताकि जहां हिमाचली लोक कलाकारों को मंच मिले. वहीं, हिमाचल प्रदेश की विविध लोक संस्कृति की झलक भी लोगों को देखने को मिल सके.
इस बार मेले में डॉग-शो और फ्लावर-शो के अलावा काऊ-शो करवाए जाने की दिशा में पशुपालन विभाग को अपनी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये गए हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों को मौका मिल सके कि वे अपनी पालतू गायों को इस शो के माध्यम से प्रदर्शित कर सकें.
21 जून से शुरू होगा ऐतिहासिक शूलिनी मेला. इस शो के आयोजन का मकसद पशुपालकों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे ग्रामीण आर्थिकी से जुड़े पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण व्यवसाय को आने वाली पीढ़ियों तक भी लेकर जाएं. मेले के दौरान पुलिस कानून एवं व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने को लेकर अपने विशेष प्लान के मुताबिक कार्य करेगी.
वहीं, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग इस अवधि में पेयजल की स्वच्छ व समुचित व्यवस्था बनाएगा. उपायुक्त ने विशेषकर नगर परिषद के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मेले के दौरान कूड़े कचरे को एकत्र करके उठाए जाने की व्यवस्था पुख्ता एवं प्रभावी बनाई जाए ताकि मेले में गंदगी का आलम ना रहे और स्वच्छता बनी रहे.