सोलन: कोरोना वायरस को काबू में करने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते हिमाचल प्रदेश से पश्चिम बंगाल गई बारात 56 दिन बाद हिमाचल वापिस लौटी. लॉकडाउन से पहले 21 मार्च को हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना से एक परिवार बारात लेकर पश्चिम बंगाल गया था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते 24 मार्च से देशभर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया और 21 बाराती 56 दिनों तक पश्चिम बंगाल में ही लॉकडाउन हो गए.
बारात लेकर गए लोगों ने हिमाचल संपर्क किया तो सोलन से मालदा गई बस के बारे में उन्हें पता चला. इसके बाद इन लोगों ने सोलन के डीसी केसी चमन से संपर्क किया. डीसी ने तुरंत एक्शन लेते हुए पश्चिम बंगाल की सरकार और मालदा के नोडल अधिकारी से बातचीत कर उन्हें वहां से लाने का प्रबंध करवाया. सोलन उपायुक्त केसी चमन का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान एक अनोखी शादी देखने को मिली. इस शादी में हिमाचल से पश्चिम बंगाल गई बारात को लड़की के घर में 56 दिनों तक रहना पड़ा. उन्होंने बारातियों के आग्रह पर पश्चिम बंगाल की सरकार और वहां के नोडल अधिकारी से बातचीत की. उसके बाद परमिट दिलवाकर बारातियों को जिला ऊना लाया गया, जहां उन्हें अब क्वांरटाइन किया गया है.
क्या कहता है दुल्हा
वहीं, दुल्हे सुनील कुमार ने फोन पर बताया कि बारात में शामिल होने के लिए 17 लोग पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल डैम रेलवे स्टेशन से कोलकाता जाने वाली गुरुमुखी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में 21 मार्च को सवार हुए थे. जब वे अगले दिन 22 मार्च को कोलकाता पहुंचे तो देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोग जनता कर्फ्यू का पालन कर रहे थे.