सोलन:टिकट की चाह में कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए दो बड़े नेता एक बार फिर पार्टी से बगावत करने पर उतारू हैं. 3 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए विनोद कुमार निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. वहीं, दूसरी तरफ 3 दिन पहले टिकट की चाह में कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (Aam aadmi party Himachal) में गए पलक राम कश्यप ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने उनके साथ वादाखिलाफी की है.
पलकराम कश्यप का कहना है कि उन्हें आम आदमी पार्टी की ओर से टिकट की पेशकश की गई थी, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा था. वे कांग्रेस पार्टी के हर स्तर पर कार्य कर चुके हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ने उनके साथ वादाखिलाफी की है. इसी को ध्यान में रख कर वे अपना अगला कदम उठाएंगे. फिलहाल वे कभी भी आम आदमी पार्टी छोड़ सकते हैं.
वहीं, विनोद कुमार ने कहा कि वे कांग्रेस छोड़कर इसलिए आम आदमी पार्टी में आए थे क्योंकि पार्टी साफ और स्वच्छ छवि वाले नेता को टिकट देने की बात कह रही थी. ऐसे में उन्होंने जमीनी स्तर पर सोलन शहर के लिए काम भी किया, लेकिन अब आम आदमी पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है. ऐसे में वे शुक्रवार को डीसी कार्यालय सोलन में नामांकन भरेंगे और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. (Himachal election date).
बता दें कि सोलन सदर सीट से कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल को टिकट दिए जाने से कांग्रेस नेता विनोद कुमार और पलक राम कश्यप ने कांग्रेस का साथ छोड़ा था. लेकिन अब दोनों को ही आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है. ऐसे में जहां विनोद कुमार ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहीं दूसरी तरफ पलक राम कश्यप भी पार्टी से नाराज होकर यह दावा कर रहे हैं कि वे वादाखिलाफी के खिलाफ कार्य जरूर करेंगे.
बता दें कि बीती शाम आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal assembly election 2022) को लेकर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की थी. AAP ने सायरी पंचायत से दो बार प्रधान रह चुकी अंजू राठौर को अपना उम्मीदवार बनाया है. अंत समय तक विनोद कुमार, पलक राम कश्यप और अंजू राठौर ही आम आदमी पार्टी के सोलन सदर सीट से उम्मीदवार माने जा रहे थे. लेकिन अंजू राठौर को टिकट दिए जाने से दोनों ही नेता पार्टी छोड़ने की बात कह रहे हैं.
यदि यह दोनों नेता भी निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो सोलन सदर सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा. इससे कांग्रेस के कैडर वोट पर भी फर्क पड़ेगा. वहीं, जिस तरह से इन दोनों नेताओं ने आम आदमी पार्टी के लिए कार्य किया है, उससे भी आम आदमी पार्टी के वोट प्रतिशत पर फर्क देखने को मिल सकता है. फिलहाल नतीजे क्या होंगे यह तो आगामी समय ही बताएगा. (AAP candidate in solan) (AAP candidate for Himachal election).
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