पांवटा साहिब: कोरोना वायरस और भीषण गर्मी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. हिमाचल के पांवटा साहिब में गर्मी से पानी के कई प्राकृतिक स्त्रोत सूख गए हैं. जिसके चलते क्षेत्र में पानी की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है. आलम यह है कि लोगों को पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है.
पांवटा के ग्रामीण इलाकों में पानी की किल्लत शहर से कई ज्यादा है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश सरकार लोगों को घर द्वार पर मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने की बात करती है, लेकिन कई लोगों को पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज होना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की तरफ से आज तक उन्हें पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध नहीं करवाया गया. उनका कहना है कि आईपीएच विभाग द्वारा जो स्कीम बनाई गई है, उससे उन्हें कभी कभार ही पानी उपलब्ध होता है.
बता दें कि यह स्थिति पांवटा साहिब के सिर्फ एक गांव की नहीं बल्कि उपमंडल के हरिपुरटोहाना, पातलिया, ज्वालापुर और करतारपुर की भी है. ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन तो चला दिया, लेकिन बिना पानी के स्वच्छता की कल्पना करना मुमकिन नहीं है.