नाहन:सिरमौर जिले के विधानसभा क्षेत्र नाहन के धारटीधार क्षेत्र में ग्रामीण महिलाएं पुराने कपड़ों से दरियां व इससे संबंधित अन्य उत्पाद तैयार कर आजीविका कमा रही हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से प्रशिक्षण हासिल करने के बाद अब यह महिलाएं स्वावलंबी बनने की दिशा में अग्रसर हैं. गौरतलब है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने अनेक कार्यक्रम व योजनाएं चला रखी हैं. इन योजनाओं में से एक ग्रामीण आजीविका मिशन भी है. इसके तहत महिलाओं को विभिन्न कार्यों के प्रशिक्षण के साथ-साथ सहायता भी की जाती है. सिरमौर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बहुत सी महिलाएं अपने स्वयं सहायता समूह बनाकर आज खुद का रोजगार कमा रही हैं और आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर होने की ओर कदम बढ़ा रही हैं.
पुराने कपड़ों को एकत्रित कर तैयार कर रहीं विभिन्न उत्पाद: इसी के तहत धारटीधार क्षेत्र में भी स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाएं पुराने कपड़ों से दरियां तैयार कर रही हैं, जो न केवल उनके प्रयोग में काम आती हैं, बल्कि इन्हें बेचा भी जाता है. इसके साथ ही पुराने कपड़ों से अन्य उत्पाद भी तैयार किए जा रहे हैं. करीब एक दर्जन महिलाओं ने भी पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया. दरियां बनाने के लिए ये महिलाएं परम्परागत तरीके से पुराने कपड़े एकत्रित करती हैं और उसके बाद सामूहिक प्रयास से दरियां बना रही हैं. ये दरियां देखने में जितनी आकर्षक हैं उतनी ही इनकी अब मांग भी बढ़ रही है.