नाहन:उत्तराखंड व हरियाणा की सीमाओं के साथ सटे जिला सिरमौर में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि पिछले 24 घंटे में ही जिला से 45 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं.
जिला में बेकाबू कोरोना स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चुनौती बन चुका है. हालांकि प्रशासन बचाव के हर संभव प्रयास जरूर कर रहा है. कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच सिरमौर जिला हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव के मामलों में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.
अब तक जिला से 638 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, जिसमें से वर्तमान में 174 मामले एक्टिव है. एक्टिव मामलों में भी सोलन के बाद सिरमौर जिला दूसरे नंबर पर है. बता दें कि अब तक सोलन जिला में 1257, कांगड़ा में 686 व सिरमौर में 638 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से वर्तमान में तीनों जिला में एक्टिव केस की संख्या क्रमशः 457, 137 व 174 है.
वहीं, जिला में बढ़ते मामलों को लेकर बार-बार सिरमौर प्रशासन लोगों से कोविड-19 नियमों की सख्ती से पालना करने के साथ-साथ सहयोग की भी अपील कर रहा है. रविवार को डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जिला सिरमौर में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या अब 174 हो गई है. पहले यह संख्या काफी हो गई थी, लेकिन एक बार फिर एक्टिव केस की संख्या काफी बढ़ गई है.
पिछले 24 घंटे में भी जिला से 45 नए कोरोना पॉजीटिव मामले सामने आए हैं, जोकि पांवटा साहिब, नाहन, कालाअंब आदि क्षेत्रों से शामिल हैं. डीसी ने बताया कि अधिकतर मामलों में यह देखने में आ रहा है कि पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों के प्राइमरी कान्टेक्ट से ही यह मामले आए हैं.
डीसी ने कहा कि बार-बार सभी से यह आग्रह किया जा रहा है कि सतर्क रहे. जहां भी एक मामला संक्रमित पाया जाता है, तो बाकी लोग सतर्क रहें. कोविड-19 नियमों का पालन करें, क्योंकि जब तक वह सहयोग नहीं करेंगे तो प्रशासन लोगों की मदद नहीं कर पाएगा. इसलिए लोग सतर्क रहने के साथ-साथ नियमों का सख्ती से पालन करें.
बता दें कि सोलन व कांगड़ा के बाद अब जिला सिरमौर में भी कोरोना बेकाबू हो चुका है और इसकी सबसे अधिक मार नाहन व पांवटा साहिब क्षेत्रों पर पड़ रही है. हालांकि जिला में संक्रमित व्यक्तियों का रिकवरी रेट भी 75 प्रतिशत से अधिक है और अब तक सामने आए कुल 638 मामलों में से जिला में 456 लोग कोरोना को मात देकर ठीक भी हो चुके हैं. 174 एक्टिव केस है. वहीं 7 मामले हरियाणा में माइग्रेट किए गए है. जबकि एक संक्रमित महिला की मौत भी हो चुकी है.