नाहन: मां-बेटे के मिलन का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय मेला श्री रेणुकाजी गुरुवार दोपहर शुरू हो गया है. चुनाव आचार संहिता के चलते इस बार 6 दिवसीय इस मेले का शुभारंभ मुख्य सचिव आरडी धीमान ने ददाहू स्कूल मैदान से भगवान श्री परशुराम जी की पालकी को कंधा देकर किया. बता दें कि रेणुकाजी मेले का शुभारंभ परंपरा के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री करते हैं लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से इस बार मुख्य सचिव आरडी धीमान ने इस परंपरा को निभाया.
दरअसल, ददाहू खेल मैदान में देवपूजन करने के बाद मुख्य सचिव ने भगवान परशुराम जी की पालकी को कंधा दिया और विधिवत शोभायात्रा का शुभारंभ किया. शोभायात्रा के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मेले का शुभारंभ हो जाता है. ददाहू से शोभा यात्रा शाम ढलने से पूर्व रेणुकाजी तीर्थ के त्रिवेणी संगम पर पहुंचेगी, जहां देवताओं का पारंपरिक मिलन होगा. बता दें कि साल में एक बार भगवान परशुराम अपनी माता रेणुका जी से मिलने यहां पहुंचते थे. इस मिलन को नजदीक से निहारने व इस पावन पलों के साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम मेले में दिखाई दे रहा है.
प्राकृतिक लोक वाद्य यंत्रों, शंख, घंटियाल, ढोल-नगाड़ों, बैंड बाजे के साथ निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान पूरी रेणुका घाटी माता रेणुका जी और भगवान परशुराम के जयकारों से गूंज उठी. लोगों ने ढोल नगाड़े की धुनों पर माता रेणुका और भगवान परशुराम के जयकारे लगाए. इस दौरान पारंपरिक वाद्य यंत्र लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे.