राजगढ़: पच्छाद विधानसभा से लंबे समय तक विधायक रहे कांग्रेस नेता गंगूराम मुसाफिर ने क्षेत्र में विकास के लिए कोशिश नहीं की. ये बात कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने सराहां में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही. बलदेव भंडारी ने कहा कि गंगूराम मुसाफिर के हर काम में राजनीति करने के बहुत से प्रमाण हैं.
उन्होंने कहा कि सराहां डिग्री कॉलेज के लिए काहन में जमीन दी गई, उस जमीन का एफसीए क्लियर करवाने के बजाए टिक्कर स्तिथ डांक में कॉलेज बना दिया गया. आईटीआई भी वहीं बनाया जा रहा था, लेकिन फिर बीजेपी सरकार के सत्ता में आने पर सही जगह का चयन कर काहन में आईटीआई को शिफ्ट किया गया. अब उस पर काम चल रहा है. कांग्रेस आईटीआई के काम को रुकवाने के लिए पहले हाई कोर्ट और वहां हारने के बाद सुप्रीम कोर्ट भी गए.
विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने के आरोप
बलदेव भंडारी ने कहा कि आईटीआई के काम को कांग्रेस रोकना चाहती है. इसलिए इस पर कांग्रेस ने एक स्टे लिया है. ये स्टे ऑर्डर हरे पेड़ों पर लिया गया है, जबकि वहां अब कोई पेड़ काटा ही नहीं काटा जा रहा है. इससे पहले काटे गए पेड़ों के लिए परमिशन ली गई थी, लेकिन कांग्रेस द्वारा इस तरह का स्टे लेना केवल विकास कार्यों में बाधा पहुंचाना है. बलदेव भंडारी ने कहा कि गंगूराम मुसाफिर पच्छाद में विकास नहीं होने की बात कह रहे हैं. यहां आज कई योजनाओं पर काम चल रहा है. इन योजनाओं को सांसद सुरेश कश्यप व विधायक रीना कश्यप ने स्वीकृत करवाया है.