शिमला: गर्मियों के मौसम में अब ग्लेशियर तेजी से पिघलने शुरू हो गए हैं. ग्लेशियर के पिघलने से प्रदेश की नदियों में भी जल स्तर बढ़ने लगा है. बरसात के मौसम में ग्लेशियर और तेजी से पिघलेंगे. ऐसे में बरसात के मौसम में प्रदेश के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बन सकता है.
पिघलने लगे ग्लेशियर, नदियों के जलस्तर ने बजाई 'खतरे की घंटी' - शिमला
इस बार पहाड़ों पर भी गर्मी का प्रकोप बड़ा है और इसका असर ग्लेशियर पर देखने को मिल रहा है. गर्मी के चलते ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में नदियां उफान पर होंगी.
इस बार पहाड़ों पर भी गर्मी का प्रकोप बड़ा है और इसका असर ग्लेशियर पर देखने को मिल रहा है. गर्मी के चलते ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में नदियां उफान पर होंगी. मौसम वैज्ञानिक मनीष रॉय का कहना है कि गर्मियों में तेजी से ग्लेशियर पिघलने शुरू हो गए हैं. ग्लेशियर पिघलने से नदियों का जल्द स्तर भी बढ़ने लगा है.
ग्लेशियर के पिघलने और बरसाती नालों के पानी से नदियों का जलस्तर बढ़ा सकता है. ऐसे में बरसात के समय नदियों के समीप लगते क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बन सकता है.