शिमला:अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के उपलक्ष्य पर ऊना के हरोली में नशे के खिलाफ एक बड़ा जागरूकता कार्यक्रम वॉक फॉर लाइफ का आयोजन किया जा रहा है. 27 जून को होने जा रहे इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला करेंगे और इसमें डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे. दरअसल, मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि नशे को लेकर एक बड़ा जागरुकता अभियान में ऊना के हरोली में 27 जून को होगा. वॉल्क फॉर लाइफ नामक इस कार्यक्रम के तहत 4 किलोमीटर की लंबी वॉक होगी, यह उत्तर भारत का एक अनूठा कार्यक्रम होगा, जिसमें हजारों लोग शामिल होंगे, यह कार्यक्रम इनोवेशन के साथ किया जा रहा ताकि नशे के दुष्प्रभाव को लेकर हर घर और हर व्यक्ति तक संदेश पहुंचे.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि नशा आज चिंताजनक स्तर तक प्रदेश में फैल रहा है, यह शहरी इलाकों के साथ-साथ दुर्गम और जनजातीय इलाकों में भी पहुंच गया है. उनका कहना है कि आज सिंथेटिक ड्रग, विशेषकर चिट्टा एक बड़ी समस्या के तौर पर उभरा है, जो कि युवाओं के मौत का कारण भी बन रहा है. यही वजह है कि सरकार ने यह बड़ा अभियान छेड़ने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार नशे को लेकर गंभीर है. सरकार ने पहले भी कहा है कि अगर कोई व्यक्ति चिट्टा के साथ पकड़ा जाता हो तो कोई राजनीतिक दखलंदाजी उसके केस में नहीं करेगा.
'नशे के खिलाफ कड़े कानून की जरूरत':डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि नशे को लेकर कानून में खामियां है, जिससे छोटी मात्रा में चिट्टा के साथ पकड़े जाने वाले छूट जाते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सख्त कानून वन माफिया के खिलाफ हिमाचल में लाया गया था, उसी तरह के सख्त कानून की जरूरत नशे को लेकर भी है. वन संरक्षण को लेकर बनाए गए कानून के तहत अवैध लकड़ी वाली गाड़ी के साथ ही आरोपियों की संपत्ति और बैंक खाते जब्त किए जाते थे, ऐसी ही कड़े कानून को लागू करने की जरूरत आज भी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल ने इस तरह के कड़े कानून की सिफारिश केंद्र सरकार से की है.