शिमलाः मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किए गए बजट को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने लोगों की आशा के विपरीत करार दिया है. उन्होंने कहा कि घाटे से उभरने के लिए बजट में कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बजट सिर्फ महज आकड़ों का खेल है. इसमें केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रदेश के बजट में शामिल कर लोगों को लुभाने का असफल प्रयास किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि आम लोगों को राहत देने का बजट में कोई प्रावधान नहीं है.
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दिशाहीन है बजट: वीरभद्र सिंह
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए वीरभद्र सिंह ने इसे दिशाहीन बताया है. उन्होंने बजट पर निराशा प्रकट करते हुए कहा कि बजट में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई से निपटने के कोई भी कारगर उपाय नहीं है. बजट में आम लोगों को भी कोई राहत नहीं है. कोरोना से प्रभावित अर्थव्यवस्था के सुधार की कोई भी गुंजाइश बजट में नहीं है. मंहगाई जहां आसमान छू रही है. वहीं, बजट में इससे राहत देने के लिए कुछ नहीं किया गया है.
बजट में कुछ नया नहीं: वीरभद्र सिंह
वीरभद्र सिंह ने कहा कि बजट पूरी तरह से निराशाजनक है बजट में कई घोषणाएं की घोषणा की गई है. उसके लिए पैसा कहां से आएगा उसके बारे में नहीं बताया गया है. पहले ही घाटे में चल रहा है और सरकार कर पे कर्ज ले रही है. ऐसे में इस बजट में ऐसा कुछ नया नहीं है जिससे लोगों को राहत मिल सके.
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