शिमला: राजधानी शिमला में दो दिन से भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, अब बारिश से शहर में भूस्खलन ओर डंगे गिरने लगे हैं. वीरवार को संजौली के नॉर्थओक में डंगा गिरने से भवनों को खतरा पैदा हो गया है.
खुदाई से बहुमंजिला भवन पर खतरा
भवन के साथ लगती जमीन पर भवन बनाने के लिए हो रही खुदाई से बहुमंजिला भवन पर खतरा मंडराने लगा है. भवन के नीचे से पूरे डंगे गिरने के बाद अब भवन किसी भी समय गिर सकता है. इसके साथ लगते भवनों पर भी खतरा मंडराने लगा है. खतरे को भांपते हुए भवनों को खाली करने के निर्देश जारी कर दिए हैं.
जायजा लेते हुए शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज दो दिन हो रही बारिश के चलते भवने के नीचे के डंगे खिसके
नगर निगम शिमला की ओर से पहले ही खुदाई कर रहे पूर्व पुलिस अधिकारी को खुदाई न करने के नोटिस तक जारी किए थे, लेकिन काम को जारी रखा. दो दिन से हो रही बारिश से भवन के नीचे लगे डंगे पूरी तरह से खिसक गए. इससे पांच मंजिला भवन पर तो खतरा मंडरा ही रहा है, साथ ही इसके गिरने से नीचे बने दूसरे मकान पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं.
संजौली में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज शहरी विकास मंत्री ने भी किया था दौरा
इस घटना की सूचना मिलने के बाद राज्य से शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, मेयर सत्या कौंडल से लेकर नगर निगम अधिकारियों के अलावा कर्मचारी मौके पर पहुंच गए थे. महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि एक भवन को ज्यादा खतरा है और इस भवन में रह रहे लोगों को भवन खाली करवाने को कहा गया है.
2010 में पास हुआ है नक्शा, दिसंबर में निगम ने दिया था नोटिस
बता दें कि नगर निगम की सीमा के तहत बन रहे भवन का नक्शा 2010 में पास हुआ था. इसका काम दिसंबर में शुरू करने के लिए वर्तमान भवन मालिक ने निगम के पास आवेदन किया था. निगम ने मशीन लगाकर या अवैज्ञानिक तरीके से खुदाई न करने का नोटिस भी जारी किया था. अब इस मामले में पूरा रिकॉर्ड खंगाल कर आगामी कार्रवाई बाद में शुरू की जाएगी. निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जानी है.
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