शिमलाः कोरोना कर्फ्यू के चलते बाजार बंद हैं. इन दिनों हिमाचल प्रदेश समेत राजधानी शिमला के स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, लेकिन छात्र बिना कॉपी-किताब के ही ऑनलाइन पढ़ाई करने को मजबूर हैं. कर्फ्यू के बीच केवल जरूरी दुकान खोलने की अनुमति दी गई है. ऐसे में स्टेशनरी की दुकानें बंद होने की वजह से छात्र अब तक नए सत्र की किताबें नहीं खरीद सके हैं. हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक 18 मई से सभी सरकारी स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन अब तक छात्र पठन सामग्री नहीं खरीद सके हैं.
दो दिन दुकानें खोलने की मांग
अभिभावकों का कहना है कि कॉपी-किताब ना होने से छात्रों को पढ़ाई-लिखाई में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कॉपी-किताबें ना होने से छात्रों के पास ऑनलाइन क्लास खत्म होने के बाद पढ़ाई के लिए कोई विकल्प नहीं है. छात्रों को पढ़ाई में कोई समस्या ना हो इसके लिए अभिभावकों ने सरकार से स्टेशनरी की दुकानें खोले जाने की मांग की है. अभिभावकों को कहना है कि सरकार को हफ्ते में 2 दिन तय कर स्टेशनरी दुकानों को खोलने की छूट देनी चाहिए, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की समस्या ना हो.
छात्र अभिभावक मंच ने भी उठाई थी मांग इससे पहले छात्र अभिभावक मंच भी प्रदेश सरकार से स्टेशनरी की दुकानें खोलने की मांग कर चुका है. छात्र अभिभावक मंच ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए स्टेशनरी दुकान खोलने की मांग की थी, लेकिन अब तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है. फिलहाल विद्यार्थियों को बिना किताब के ही पढ़ाई करनी पड़ रही है.
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