शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें. कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रदेश में 26 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है.
देश भर में सबसे अधिक वैक्सीनेशन करने वाला राज्य
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगना शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश 31 प्रतिशत जनसंख्या का टीकाकरण कर देश के अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है. प्रदेश में अब तक लोगों को वैक्सीन की 21लाख 50 हजार 353 खुराक दी जा चुकी हैं. प्रदेश में हेल्थ वर्कर्स को 16 जनवरी फ्रंटलाइन वर्कर्स को 2 फरवरी और 60 साल से ऊपर की आयु वर्ग और 45 से 60 वर्ष की आयु वर्क वाले गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को 1 मार्च 2021 और 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए 1 अप्रैल 2021 को टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,381 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें2,399 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 266 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.
हिमाचल में वैक्सीनेशन