शिमला:हिमाचल प्रदेश में सरकारी स्कूलों की तरफ लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए सरकार भी कई कदम उठा रही है. जिससे सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ सके और लोगों का भी विश्वास सरकार पर बना रहे. इसी दिशा में इन दिनों टीचरों के लिये सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है.
निष्ठा कार्यक्रम के नाम से आयोजित ऊपरी शिमला के प्रवेश द्वार ठियोग में भी चार दिनों तक एक सेमिनार का आयोजन किया गया. समग्र शिक्षा अभियान के तहत इस कार्यक्रम में ठियोग ब्लॉक के सरकारी स्कूलों के टीचरों ने भाग लिया. जिसमें लीडरशिप ट्रेनिंग के माध्यम से स्कूलों में बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को उजागर करने के साथ उनमें आत्मविश्वास और लीडरशिप की भावना पैदा हो. इसके बारे में जानकारी दी गई.
कार्यक्रम के अंतिम दिन शिक्षा विभाग की तरफ से भेजे गए बसन्तपुर के बीपीओ ओपी कायस्थ ने कहा कि सरकार हर बच्चे की तरफ ध्यान देना चाहती है. जिससे पढ़ाई के साथ उसकी अन्य प्रतिभा भी सामने आए और लोगों का विश्वास सरकारी स्कूलों पर बना रहे.
सरकारी टीचरों के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाई करने भेजने के बारे में जब हमने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये एक चिंताजनक बात है, लेकिन अध्यपकों को एक रोल मॉडल के रूप में समाज के सामने खुद को सामने लाना होगा. जिससे सभी लोगों को सरकारी शिक्षा पर विश्वास बना रहे. उन्होंने कहा कि वे खुद भी इस तरह की पहल कर चुके हैं और उन्होंने ममलीग स्कूल में प्रदेश के सामने एक ऐसा उदाहरण पेश किया जिससे सरकार ने भी इसकी सराहना की है और सभी सरकारी अध्यपको को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है.
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