चंडीगढ़/शिमला: यौन शोषण के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बड़ी राहत मिली. राम रहीम की पैरोल की याचिका को ध्यान में रखते हुए उसे 48 घंटे की पैरोल की इजाजत दी है. इससे पहले भी राम रहीम ये कोशिश कर चुका है, लेकिन सुरक्षा का हवाला देकर उसे पैरोल देने से इंकार कर दिया गया था. मां की बीमारी का हवाला देकर पैरोल मांग रहे राम रहीम की याचिका पर आज बड़ी राहत दी गई है.
बता दें कि 25 अगस्त, 2017 से राम रहीम सलाखों के पीछे है. इसी दिन पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम को साध्वियों से रेप के मामले में दोषी करार दिया था. सूत्रों के अनुसार, सोमवार (17 मई) को गुरमीत राम रहीम ने सुनारिया के जेल अधीक्षक सुनील सांगवान को पैरोल के लिए आवेदन दिया था.
एक हफ्ते खुद राम रहीम भी हुआ था बीमार
7 दिन पहले राम रहीम का स्वास्थ्य खराब होने के चलते कड़ी सुरक्षा के बीच उसे पीजीआई रोहतक में शिफ्ट किया गया था. पीजीआई के मेडिकल बोर्ड ने उसके स्वास्थ्य की जांच के बाद उसे वापस जेल भेज दिया था. अब राम रहीम ने अपनी मां के बीमार होने का हवाला देते हुए इमरजेंसी पैरोल की मांग की है.