शिमला: कोरोना काल में निजी बस चालकों-परिचलकों को वेतन न मिलने से अब उन्होंने ऑपरेटरों के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतवानी दे दी है. प्रदेशभर के निजी बस चालकों-परिचालकों ने परिवहन निगम के निदेशक जेएम पठानिया को ज्ञापन सौंपा और बस ऑपरेटरों को दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की.
चालकों का कहना है कि कोरोना संकट में चालक-परिचालक बेरोजगार रहे और उनकी कमाई का कोई भी साधन नहीं था, लेकिन इस दौरान बस मालिकों ने किसी भी चालक-परिचालक को कोई वेतन नहीं दिया जबकि वह सालों से बसें चला रहे थे और इस संकट की घड़ी में कोई ऑपरेटर मदद के लिए आगे नहीं आया है.
प्राइवेट मिनी बस चालक-परिचालक संघ शिमला के अध्यक्ष विकास राणा ने कहा की बस ऑपरेटरों ने कोविड फंड में राशि दी है, लेकिन अपने कर्मियों को वेतन नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि अगर बस ऑपरेटर जल्द वेतन नहीं देते है तो चालक-परिचालक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगें.