शिमला: राजधानी शिमला के विभिन्न उपनगरों में सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों के कारण पैदल चलने वालों के लिए परेशानी पैदा होती है. शिमला के उपनगर पंथाघाटी में सड़क किनारे बेतरतीब तरीके से पार्क की गई गाड़ियों को हटाने की गुहार लगाने संबंधी याचिका में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है. पंथाघाटी के समीप एक निजी स्वास्थ्य संस्थान तेंजिन अस्पताल से लेकर पंथाघाटी तक सड़क मार्ग पर पैदल चलने के लिए जगह पर्याप्त नहीं है. (High court sought clarification from the government)
यहां पैदल पारपथ बनाने के मार्ग में बेतरतीब गाड़ियां बाधा बन रही हैं. दरअसल, शहर के नागरिक संदीप चंदेल ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. याचिका के अनुसार तेंजिन अस्पताल से पंथाघाटी तक के मार्ग पर लोगों ने गाड़ियां पार्क की हुई हैं. प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाई है कि इन वाहनों को सड़क के किनारे से तुरंत हटवाया जाए. इस याचिका की सुनवाई हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान व न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की खंडपीठ के समक्ष हो रही है. (parking problem in shimla)
याचिका की प्रारंभिक सुनवाई के बाद खंडपीठ ने मामले पर सुनवाई गुरुवार के लिए निर्धारित की है. याचिका में दिए गए तथ्यों के अनुसार इस साल 29 मार्च को प्रार्थी संदीप चंदेल को तेनजिन हॉस्पिटल से पंथाघाटी फिर पंथाघाटी से मैहली तक पैदल चलने का रास्ता बनाने का कार्य आवंटित हुआ था. इस काम को 9 माह के भीतर पूरा किया जाना है. यह सड़क मार्ग पंथाघाटी, मैहली व मल्याणा को जोड़ता है.