शिमला: ने कहा कि बजट में वैसे तो हर क्षेत्र को छुआ है, लेकिन गांव के लिए एक नई पहल इस बजट में की गई है. इस बजट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें पशुपालन को बढ़ावा देने की बात कही गई है अब प्रदेश में यह सुनिश्चित हो गया है की पशु को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं है.
अस्पताल खुद पशुओं के पास चल कर आएगा. पशुओं के लिए सभी सुविधाओं से युक्त एक विशेष एंबुलेंस का शुरुआत की गई है यह मुख्यमंत्री का ग्रामीण विकास की तरफ एक बड़ा संकेत है. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिम कुक्कट योजना के माध्यम से ग्रमीण क्षेत्रों में 100 नई इकाइयां खोलने का निर्णय लिया गया है.
इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और आर्थिक स्थिति में भी लाभ होगा. मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए भी इस बजट में नई योजनाएं शुरू की गई हैं. इस योजना से कम पानी में भी सफलतापूर्वक अधिक मछली उत्पादन किया जा सकेगा. ग्रमीण विकास विभाग को काफी महत्व दिया गया.
100 करोड़ की लागत से लोक मित्र केन्द्रों पर वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाने की दृष्टि से भी इस बजट में कई प्रावधान किए गए हैं. बजट में वृद्ध लोगों का भी ध्यान रखा गया है जिसके लिए विशेष वाटिकाओं का निर्माण करवाया जाएगा.
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