शिमला: देवभूमि हिमाचल प्रदेश की धरती इस बार एक करोड़ पौधों से अपना शृंगार करेगी. राज्य की 14 हजार हेक्टेयर भूमि पर एक करोड़ पौधे रोपे जाएंगे. ग्रीन कवर के लिहाज से हिमाचल का रिकॉर्ड देश में शानदार है. हिमाचल को एशिया के पहले कार्बन क्रेडिट स्टेट का गौरव भी मिल चुका है. साल दर साल यहां का ग्रीन कवर बढ़ रहा है. हिमाचल ने अपने ग्रीन कवर को 30 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है. इस बार भी वन विभाग (Forest department) बरसात में वन महोत्सव के माध्यम से एक करोड़ पौधे रोप रहा है.
मौजूदा साल में मंगलवार व बुधवार को बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान शुरू होगा. दो दिन में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है. स्टेट रेड क्रॉस सोसाइटी (State Red Cross Society) अकेले ही स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से एक लाख पौधे लगाएगी. तीन साल पूर्व हिमाचल में तीन दिन तक चले अभियान में स्कूली बच्चों, आम जनता, युवक मंडलों सहित अन्य संस्थानों ने 26.5 लाख पौधे लगाए थे.
इसी तरह वर्ष 2019 में वन महोत्सव के तहत 5 दिवसीय अभियान में 31.60 लाख पौधे लगाए गए थे. यही कारण है कि हिमाचल का ग्रीन कवर लगातार बढ़ रहा है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश समूचे एशिया में पहला ऐसा राज्य है, जिसे विश्व बैंक से कार्बन क्रेडिट मिला है. कार्बन क्रेडिट (carbon credit) का मतलब है कि वातावरण से कार्बन कम करना और ऑक्सीजन बढ़ाना.
पूर्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विश्व बैंक ने हिमाचल को कार्बन क्रेडिट के लिए 1.93 करोड़ रुपए की इनामी राशि मिल चुकी है. हिमाचल प्रदेश में 37,948 स्कवेयर किलोमीटर क्षेत्र को वन क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इसमें से 4.96 प्रतिशत रिजर्व फॉरेस्ट एरिया, 33.87 प्रतिशत सीमांकित वन, 42.25 प्रतिशत गैर सीमांकित संरक्षित वन और 18.87 प्रतिशत अन्य वन हैं.
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल का ग्रीन कवर 27.72 है. हिमाचल प्रदेश का लक्ष्य 2030 तक इसे 30 प्रतिशत करना है. आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2017 के मुकाबले 2019 में ग्रीन कवर में 334 स्क्वायर किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई. उस दौरान प्रदेश में डेंस और मीडियम डेंस फॉरेस्ट यानी अधिक घनत्व और मध्यम घनत्व वाले वन क्षेत्र बढ़े.
वर्ष 2017 की फॉरेस्ट सर्वे रिपोर्ट में हिमाचल का ग्रीन कवर 15,100 स्कवेयर किलोमीटर था. अगली रिपोर्ट यानी 2019 में ये बढक़र 15,434 वर्ग किलोमीटर हुआ. यहा हिमाचल के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 27.72 प्रतिशत है. ताजा सर्वे रिपोर्ट इस साल आनी है. हर दो साल बाद ये रिपोर्ट आती है. हिमाचल की पूरी वन संपदा डेढ़ लाख करोड़ रुपए की है. छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में पौधरोपण की समृद्ध परंपरा है. यदि पूर्व के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो हिमाचल में वर्ष 2013-14 में 1.66 करोड़, वर्ष 2014-15 में 1.35 करोड़ और वर्ष 2015-16 में 1.22 करोड़ पौधे रोपे गए हैं.