शिमला:सड़कों को बनाते समय इनमें क्रॉस ड्रेनेज, कलवर्ट बनाए जाएं यह विभाग सुनिश्चित करेगा. सोमवार को विधानसभा में पीडब्ल्यूडी के तहत सड़क, पुल व भवन पर कटौती प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर एक साल में सड़कें उखड़ जाएं तो यह उन इलाकों के लोगों के साथ अन्याय है. इससे बेहतर है कि सड़कें बनाई ही न जाएं. उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग क्रॉस ड्रेनेज व कलवर्ट बनाने की ओर ध्यान देगा.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सड़कों व अन्य कार्यों की एफसीए की मंजूरी को लेकर सरकार ने कदम उठाए हैं. डीसी की अध्यक्षता में यूजर एजेंसी के साथ तालमेल बैठाने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि एफसीए को लेकर बारी-बारी जो फाइलें आपत्तियां लगाकर भेजी जाती हैं वो चिंतनीय है. उन्होने कहा कि इसको लेकर संबंधित विभागों में तालमेल बैठाने के लिए समय-समय पर इंटर डिपार्टमेंटल बैठक की जाएंगी, जिससे कि एफसीए की क्लीयरेंस जल्द मिले.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में मौजूदा समय में 40185 किलोमीटर लंबी सड़कें है, अगले वित्त वर्ष में इनको 41 हजार किलोमीटर से अधिक करने का लक्ष्य रखा है. विभाग द्वारा नए वित्त वर्ष में 1505 मैटलिंग व टारिंग की जाएगी. इसके अलावा 1060 किलोमीटर लंबी सड़कें, 990 क्रॉस ड्रेनेज, 70 नए पुलों का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा 70 गांवों को सड़कों से जोड़ने, 650 किलोमीटर सड़कों की अपग्रेडेशन करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है.
चर्चा में हिस्सा लेते हुए मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने कहा है कि सड़कें हिमाचल में अहम स्थान रखती हैं. उन्होंने कहा कि हमारी भौगोलिक परिस्थिति अलग है. ऐसे में हमें सड़कों के बारे में नीतिगत फैसला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देखा गया है कि सड़क की मैटलिंग करने के एक साल के अंदर ही यह उखड़ जाती है. पीएमजीएसवाई सड़कों के उखड़ने की समस्या आ रही है. इसकी वजह ड्रेनेज सिस्टम का न होना है. इस कारण बारिश का पानी इन सड़कों को खराब कर देता है. ऐसे में यह जरूरी है कि सड़कों पर क्रॉस ड्रेनेज बनाई जाए.
जसवां परागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि पीडब्ल्यूडी में आउटसोर्स कर्मचारी हटा दिए गए हैं, जिससे विभाग का काम प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी भर्ती करे, लेकिन इनकी भर्ती जरूर करे ताकि कामकाज प्रभावित न हो. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सड़कों की क्वालिटी पर हमेशा सवाल उठते रहे. सड़कें एक साल में ही उखड़ जाती हैं क्योंकि इनमें ड्रेनेज सिस्टम नहीं होता. ऐसे में सड़कों के लिए ड्रेनेज सिस्टम को जरूरी बनाया जाना चाहिए. इसके अलावा सड़कों में कलवट और पुलियों की भी व्यवस्था की जानी चाहिए. उन्होंने अपने क्षेत्र में तंग सड़कों से हो रहे हादसों का भी जिक्र किया.