रामपुर: आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के पैसे नहीं देने के मामले में ननखड़ी में बागवानों की बैठक हुई. किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया कि दो सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए.पी.एम.सी पर धरने में शामिल होंगे. इस बैठक में किसान नेता राकेश सिंघा बैठक में विशेष तौर से शामिल रहे.
आढ़तियों के खिलाफ किसान संघर्ष समिति ने खोला मोर्चा, धरना-प्रदर्शन की चेतावनी - चेतावनी
आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के पैसे नहीं देने के मामले में ननखड़ी में बागवानों की बैठक हुई. किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया कि दो सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए.पी.एम.सी पर धरने में शामिल होंगे.
बागवानों से बात करते हुए सिंघा ने बताया कि शिमला के सेब क्षेत्रों के कुछ आढ़तियों ने पिछले 4 वर्षों तक के बागवानों की बिक्री के पैसे नहीं दिए हैं और अब इस वर्ष भी हालत ऐसे ही है. उन्होंने बताया कि अभी तक पैसे न देने और पैसा मांगने पर आढ़तियों द्वारा धमकाने की करीब 60 एफआईआर दर्ज हो चुकी है. बागवानों के करोड़ो रुपये आढ़तियों ने दबा रखे हैं.
किसानों की इतनी अनदेखी व शिकायतों के बाद भी न तो हिमाचल पुलिस और न ही हिमाचल की भाजपा सरकार आढ़तियों पर कोई कार्रवाई कर रही है. सिंघा ने बताया कि इसमें खास तौर से आढ़तियों ने नियमानुसार कार्य नहीं किया और न ही मार्केट बोर्ड और मार्केट कमेटी ने अपना कार्य ठीक तरह किया. मार्केट कमेटी के कारोबार के सिद्धांत आज किसान के पक्ष के नहीं है.