शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा 6 मार्च को बजट पेश किया गया था. वहीं, अब इस बजट पर विधानसभा में चर्चा शुरू हो गई है. सोमवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने बजट पर चर्चा के दौरान प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और बजट को काल्पनिक करार दिया और बिना होमवर्क वाला और कर्ज की बैसाखियों वाला बजट बताया.
मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री को सपनों का सौदागर बताया और लोगों को झूठे सपने दिखाने के आरोप लगाए. साथ ही मुकेश ने कर्मचारियों की अनदेखी इस बजट में करने के बात कही और कहा कि पंजाब सरकार कमीशन जुलाई से लागू करने जा रही है और इसके लिए बजट का प्रावधान किया है, लेकिन मुख्यमंत्री जयराम बजट में कोई जिक्र नहीं किया गया है और ना ही बजट का प्रावधान किया गया है.
'60 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है'
मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश सरकार द्वारा लिए जा रहे कर्ज को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश पर 60 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है और इस साल के अंत तक यह कार्य 70 हजार करोड़ हो जाएगा और जब इस सरकार का कार्यकाल खत्म होगा तो यह कार्य 80 हजार करोड़ हो जाएगा और हिमाचल के इतिहास में सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाली सरकार के तौर पर इस सरकार का नाम लिखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि कर्ज को लेकर बजट बुकलेट में जिक्र तक नहीं किया गया और यह जानकारी प्रदेश की जनता और विधान सभा के सदस्यों से भी छुपाई गई है. उन्होंने कहा कि आज सरकारी कर्मचारी अपनी सरकार से नाराज है उनकी कोई भी मांग इस सरकार ने पूरी नहीं की है. ओल्ड पेंशन स्कीम की कोई बात नहीं की. वहीं, अनुबंध कर्मियों का सेवाकाल 3 से 2 साल नहीं किया गया.