शिमला: प्रदेश में कोरोना के मामले कम हो गए हैं. अभी तक जितने लोग संक्रमित हुए थे उनमें से अधिकतर लोग कोरोना संक्रमण (Corona virus) से ठीक भी हो गए हैं, लेकिन कोरोना से ठीक हुए लोगों को लंबे समय तक खांसी (Cough) रहती है और इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, ये खतरनाक साबित हो सकता है. चिकित्सकों की मानें तो कोरोना से ठीक हुए लोगों में अगर लगातार खांसी बनी हुई है, तो यह टीबी हो सकता है.
आईजीएमसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों (Specialist Doctors in IGMC) ने टीबी संक्रमण (Tuberculosis Infection) को लेकर अलर्ट किया है. विशेषज्ञ कहते हैं कि कोरोना के बाद टीबी का खतरा ज्यादा है. इसलिए लंबे समय तक खांसी के लक्ष्ण रहें तो चेक करवाएं. विभाग द्वारा उन लोगों को, जिनमें संक्रमण के बाद लंबे समय तक खांसी के लक्षण हैं, उन्हें टीबी की जांच (TB test) करवाने को कहा जा रहा है. जहां पहले रोजाना के मामले 150 से ज्यादा आ रहे थे, वहीं अब लगभग दो महीनों से इनमें काफी कमी देखी गई है. प्रतिदिन कोरोना के मामले 20 से कम आ रहे हैं. इसी बीच टीबी के मरीजों का आंकड़ा बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में टीबी के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है, जिसको देखते हुए लोगों से टीबी के प्रति सतर्क रहने की अपील की जा रही है. गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण होने के बाद कुछ एक लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट आने पर भी खांसी आदि से निजात नहीं मिल पा रही है, जिससे कि टीबी का खतरा बना हुआ है. इसको देखते हुए चिकित्सकों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है, ताकि टीबी जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके. कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी अगर किसी को खांसी, जुकाम आदि के लक्षण आते हैं तो जल्द से जल्द अस्पताल में जाकर टीबी की जांच करवाएं, ताकि समय रहते किसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके.