शिमला: कुल्लू के बंजार में हुए बस हादसे के बाद प्रदेश भर में कोहराम मच गया है. ओवरलोडिंग को लेकर प्रदेश में हो रही कार्रवाई के बाद प्रदेशवासियों को परेशानियों से दो चार होने पड़ रहा है. प्रदेश में आए दिन लोग धरने प्रदर्शन कर रहे हैं.
हिमाचल पथ परिवहन निगम अड्डा मैनेजमेंट बीओडी की बैठक में बस अड्डा मैनजमेंट के कार्यों की समीक्षा की गई है. बैठक के दौरान परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि बसों में 25 प्रतिशत तक अधिक सवारियां बिठाई जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इसकी अधिसूचना जल्द ही जारी कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बसों में बैठी हुई सवारियों के अलावा भी लोग खड़े रह सकते हैं. ध्यान केवल इतना रखना है कि एक तो बस के छत पर कोई सफर न कर सके दूसरा ड्राइवर के आसपास की जगह खाली हो. साथ ही कोई भी बस के बाहर न लटके.
ओवरलोडिंग न हो इसके लिए बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है. लोगों को कोई समस्या न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा. प्रदेश सरकार जल्द ही नई बसें सड़क पर उतरेगी ताकि जनता को कोई परेशानी न हो.
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बैठक के दौरान मंत्री ने कहा कि बस अड्डों के रख-रखाव पर 82.3 करोड़ खर्च किए गए. नए बस अड्डों का आधुनिक तकनीक से निर्माण किया जाएगा. ठाकुर ने कहा कि शौचालय की व्यवस्था व साफ-सफाई का ध्यान रखा जाएगा. साफ-सफाई का काम निजी हाथों में दिया जाएगा, जिस पर 8 करोड़ का निर्धारण किया है. उन्होंने बताया कि चार बस अड्डों शिमला, पालमपुर, हमीरपुर व मनाली में महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकीन मशीन भी स्थापित की गई है.
गोविंद ठाकुर ने कहा कि बंजार बस हादसे की जांच रिपोर्ट आ गई है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. जिस जगह बस गिरी वहां पर पेराफिट नहीं था, जबकि आसपास पेराफिट थे. ऐसे में पीडब्ल्यूडी से भी जबाब तलब किया गया. उन्होंने बताया कि शिमला के झंझीडी बस हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच जारी है. रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
परिवहन मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जेएनएनयूआरएम की 325 बसें खड़ी हैं. इनको चलाने के कोर्ट के आदेश के बाद 225 चला दी हैं. जबकि बाकी बची बसें थोड़ी लंबी हैं और ड्राइवरों की भी कमी है. जिस कारण से बसें खड़ी हैं. जल्द ही ड्राइवरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी. 519 ड्राइवर निगम में भरे जाएंगे. इसी तरह 500 परिचालकों की भर्ती भी हिमाचल विवि के रिटन टेस्ट के जरिए पारदर्शिता से की जाएगी.
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