शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार बरसात के बादलों ने खूब तबाही मचाई. मानसून ने प्रदेश में कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए. मौसम विभाग के अनुसार, जितनी बारिश हिमाचल में पूरे मानसून सीजन के दौरान होती थी, उतनी बारिश इस बार प्रदेश में 54 दिनों में हो गई है. इस बार सिर्फ 54 दिनों में ही हिमाचल ने मानसून की औसत बारिश को पार कर लिया है.
बारिश ने तोड़े कई सालों के रिकॉर्ड: मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंदर पॉल की माने तो इस साल हिमाचल में जुलाई महीने में हुई बारिश ने पिछले 50 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. वहीं, 9 जुलाई को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों जैसे मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, घमरूर और हमीरपुर व केलांग शहरों में एक दिन की बारिश ने पिछले कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. पहली बार प्रदेश में इस तरह की भारी बारिश देखी गई.
25 अगस्त से फिर तेवर दिखाएगा मौसम:निदेशक सुरिंदर पॉल ने बताया कि हिमाचल में 7 से 10 जुलाई तक 4 दिनों में 223 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पहले इसी अवधि में औसतन 41.6 मिमी बारिश हुई थी. जुलाई माह में हुई लगातार भारी बारिश के बाद प्रदेश अब फिर से मूसलाधार बारिश का दौर शुरू है. सुरिंदर पॉल ने बताया कि आगामी कुछ दिनों तक प्रदेश को बारिश से राहत मिलने वाली है, लेकिन 25 अगस्त के मानसून फिर से सक्रिय हो जाएगा और बारिश का सिलसिला भी इसी के साथ चालु हो जाएगा.
मानसून से प्रदेश को हजारों करोड़ों का नुकसान: निदेशक सुरिंदर पॉल के अनुसार इस बार प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बरसात हुई है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जारी आंकड़ों के अनुसार इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश को करीब 7400 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. वहीं, भारी बरसात के कहर के कारण मरने वालों का आंकड़ा 327 तक पहुंच गया है.
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