शिमला: सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) देश में विद्युत उत्पादन में तेजी से उभर रहा सरकारी उपक्रम है. एसजेवीएन ने 2026 तक प्रदेश में 25 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है. सतलुज जल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने कहा है कि उनका 2026 तक 25 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है, जबकि 2040 तक उनका उपक्रम 40 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन करने लगेगा.
नंद लाल शर्मा ने कहा कि 1988 में केवल एक प्रोजेक्ट से शुरुआत एसजेवीएन ने की थी जो कि आज एक सफल उपक्रम के रूप में उभरा है. एसजेवीएन ने इस सफर में हिमाचल और हिमाचल के बाहर और देश के बाहर भी कई प्रोजेक्ट लगाए गए, जो की सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं. वर्तमान में एसजेवीएन 2091.50 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रहा है. अगले 3 सालों में दस हजार मेगावाट के प्रोजेक्टों को कमीशन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में विविधता को ध्यान में रखा जा रहा. थर्मल, विंड और सोलर प्रोजेक्टों से बिजली उत्पादन की दिशा में काम किया जा रहा है. इनको देश के विभिन्न राज्यों में स्थापित किया जा रहा है. कई प्रदेशों के साथ एमओयू भी साइन किए गए हैं. 2040 तक सोलर और विंड के क्षेत्र में निगम द्वारा अपने लक्ष्यों को हासिल किया जाएगा.
नंद लाल शर्मा ने कहा कि भारत सरकार का उद्देश्य सरकारी कंपनियों को निजी कंपनियों के मुकाबले में बेहतर करने का है. इस क्षेत्र में एसजेवीएनएल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. देश और विदेश में यह अपना एक अलग स्थान हासिल कर चुकी है. शेयर होल्डिंग के क्षेत्र में भी कंपनी अपना एक अलग स्थान बना चुकी है. कंपनी ने इसमें लोगों का विश्वास हासिल किया है.