शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून सीजन में जमकर बारिश हुई. शिमला मौसम विभागके आंकड़ों पर नजर डाले तो इस साल 1 जून से 30 सितबंर तक कुल सामान्य बारिश का करीब 61 फीसदी बारिश अकेले जुलाई में दर्ज किया गया है. 1 जून से 30 सितंबर तक सामान्य वर्षा 734.4 मिमी रही, जिसमें 448.1 मिमी बारिश जुलाई में दर्ज की गई.
हिमाचल प्रदेश में इस साल 20 प्रतिशत अधिक हुई. हिमाचल में सामान्य वर्षा 734.4 मिमी के मुकाबले इस बार 884.8 मिमी बारिश हुई, जो इस मानसून अवधि में 20 फीसदी ज्यादा है. प्रदेश में सबसे अधिक बारिश जुलाई माह में दर्ज कि गई. जुलाई महीने में सामान्य बारिश 256.8 मिमी के मुकाबले 448.1 मिमी हुई, जो कुल बारिश 884.8 मिमी से 75 प्रतिशत अधिक और 50.63 प्रतिशत अधिक है.
वहीं, हिमाचल में जून महीने में राज्य में 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. जुलाई में 75 प्रतिशत अधिक बारिश, अगस्त माह में 4 प्रतिशत कम बारिश और सितंबर में 42 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जुलाई महीने के दौरान 45 फ्लैश फ्लड की घटना हुई जिसमें अकेले कुल्लू जिले में 26 फ्लैश फ्लड की घटना हुई. वहीं, अगस्त के दौरान कुल्लू में 7 फ्लैश फ्लड की वजह से बाढ़ आईं. जुलाई माह में दर्ज की गई 448.9 मिमी बारिश 1980 के बाद से हिमाचल में हुई सबसे अधिक बारिश थी.
हिमाचल के चंबा, ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई. वहीं, पूरे मानसून सीजन के दौरान कई लैंडस्लाइड, बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं हुईं. जिससे सरकारी और निजी संपत्ति सहित मानव जीवन को व्यापक नुकसान हुआ.
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