शिमला:हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले (Himachal Police paper leak case) में युवा कांग्रेस डीजीपी को पद से हटाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में क्रमिक अनशन पर बैठी हुई हैं. राजधानी शिमला में भी युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता पिछले सात दिनों से क्रमिक अनशन (Himachal Youth congress hunger strike) पर बैठे हैं. सोमवार को हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए एसपी ऑफिस के बाहर पहुंचे.
पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सुक्खू ने उठाए सवाल, कहा: गंभीर नहीं दिख रही सरकार, जल्द करवाई जाए CBI जांच - Himachal Youth congress hunger strike
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले (Himachal Police paper leak case) में युवा कांग्रेस डीजीपी को पद से हटाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में क्रमिक अनशन पर बैठी हुई हैं. राजधानी शिमला में भी युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता पिछले सात दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. सोमवार को हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए एसपी ऑफिस के बाहर पहुंचे. इस दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा
इस दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू (sukhwinder sukhu on Police paper leak case) ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और मामले में किसी भी अधिकारी की गिरफ्तारी क्यों न होने को लेकर मुख्यमंत्री से सवाल पूछा. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में लाखों युवाओं की उम्मीदों पर सरकार ने पानी फेर दिया है. उन्होंने कहा कि पहले तो पुलिस भर्ती का पेपर लीक होता है, बाद में जांच के नाम पर लीपापोती करने के लिए एसआईटी का गठन किया जाता है. जो अब तक सिर्फ उन लोगों को गिरफ्तार कर पाई है जिन्होंने पेपर खरीदा था, लेकिन पेपर कहां से लीक हुआ? इसको लेकर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में सीबीआई जांच करवाने की बात कह रही है, लेकिन अभी तक ये मामला सीबीआई को भी नहीं सौंपा गया है. ऐसे में सरकार जल्द ही इस मामले को सीबीआई को सौंपे और 90 दिन के भीतर इसकी जांच कर जनता की अदालत में लाया जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कांग्रेस पर पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में राजनीति करने के आरोपों पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि कांग्रेस इस मामले में कोई भी राजनीति नहीं कर रही है, बल्कि उन युवाओं के हकों की लड़ाई लड़ रही है, जिनके साथ सरकार ने धोखा किया है.