हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

Himachal Apple: आढ़तियों ने सेब मंडियों में बंद किया काम, बागवान हुए परेशान, सरकार ने कहा: फैसला नहीं होगा वापस, आढ़तियों पर होगी कार्रवाई

हिमाचल प्रदेश की मंडियों में आज सेब नहीं बिक रहा. आढ़ती वजन के हिसाब से बेचने को तैयार नहीं है और आज हड़ताल का ऐलान कर रखा है. इनके हड़ताल पर जाने से बागवान परेशान हैं और मंडियों में आढ़तियों के लौटने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, सरकार ने आढ़तियों को चेतावनी भी दी है. पढ़ें पूरी खबर...

himachal apple season
आढ़तियों ने सेब मंडियों में बंद किया काम

By

Published : Jul 20, 2023, 3:22 PM IST

आढ़तियों और सरकार के बीच पिस रहे बागवान.

शिमला:हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस सीजन से सेब वजन के हिसाब से बेचने की व्यवस्था प्रदेश में लागू की है, लेकिन इसको मानने के लिए आढ़ती तैयार नहीं हैं. सरकार की सख्ती के बाद आढ़तियों ने मंडियों में कामकाज करना छोड़ दिया है. गुरुवार को भी शिमला सहित अन्य मंडियों में सेब की बिक्री नहीं की गई. इससे बागवानों को काफी दिक्कतें आईं. मंडियों में बागवानों का सेब पड़ा रहा. इससे बागवानों का सेब खराब होने की संभावना बन गई है. उधर, सरकार ने आढ़तियों के एकाएक लिए इस फैसले पर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि सरकार आढ़तियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.

मंडियों में कामकाज बंद करने के आढ़तियों के फैसले से बागवानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस तरह से हड़ताल पर जाने से बागवानों को दिक्कतें उठानी पड़ी. सेब बागवान आज भट्टाकुफर मंडी में बागवान अपना सेब लेकर आए थे, उनका सेब मंडी में पड़ा रहा. करसोग सहित कई इलाके से बागवान मंडी में अपना सेब लेकर आए थे. उनका कहना था कि उनको आढ़तियों ने सेब लाने को कहा था, लेकिन यहां उनको बताया गया कि सेब नहीं बेचा जाएगा. इससे उनका सेब खराब होने की संभावना हो गई है. बागवानों ने बगीचों में सेब का तुड़ान कर दिया है. बागवानों ने सरकार ने हस्तक्षेप की मांग की है.

आढ़तियों ने सेब मंडियों में बंद किया काम

ये भी पढ़ें-Jagat Singh Negi : 'वजन के हिसाब से ही बिकेगा सेब, नियम का उल्लंघन करने वाले आढ़तियों का लाइसेंस करेंगे रद्द'

सरकार नहीं झुकेगी, आढ़तियों पर होगी कार्रवाई:वहीं, सरकार ने साफ कर दिया है कि वह इस फैसले से पीछे नहीं हटेगी. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने बागवानों के हित में यह फैसला लिया है. कई सालों से बागवान यह मांग कर रहे थे कि सेब वा अन्य फल वजन के हिसाब से बिके. इसके चलते सरकार ने यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार किसी के दवाब में नहीं आएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि एक राजनीतिक पार्टी आढ़तियों को भड़का रही है. सरकार ने कानून के तहत यह फैसला लिया है और इसका उल्लंघन करने वाले आढ़तियों पर कार्रवाई होगी.

बागवान हुए परेशान

ये भी पढ़ें-Apple Arhtiyas On Strike: कालका से रोहड़ू तक सेब मंडियों में आज से हड़ताल, आढ़ती बोले- वजन के हिसाब से व्यापार मुश्किल

उल्लेखनीय है कि इस विवाद की शुरुआत बीते दिन पराला मंडी से हुई, जब कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) शिमला के अधिकारी, एसडीएम ठियोग, तहसीलदार ठियोग के साथ मंडी में निरीक्षण के लिए पहुंचे. मंडी में आढ़ती बिना वजन के ही सेब बेच रहे थे, इस पर अधिकारियों ने 45 आढ़तियों के चालान काट डाले. इससे आढ़ती बुरी तरह से भड़क गए और हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. इसी मंडी में पहले भी एपीएमसी के अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि वहां आढ़तियों ने सेब का वजन करने के लिए मशीनें नहीं रखी थीं, हालांकि तब आढ़तियों को वार्निंग देकर छोड़ा गया.

इससे कुछ दिन पहले ढली मंडी में भी एपीएमसी के अधिकारियों ने एक आढ़ती को बिना वजन के सेब बेचते हुए पकड़ा था. अधिकारियों ने इसका चालान किया. इस पर आढ़ती अधिकारी से ही उलझ गया. इसके बाद पराला मंडी में अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान बीते कल जब आढ़तियों के चालान काटे तो वे भड़क गए. इसके बाद अन्य मंडियों के आढ़तियों ने भी हड़ताल पर जाने का फैसला लिया. गुरुवार को शिमला, कुल्लू सहित अन्य मंडियों में भी आढ़तियों ने सेब नहीं बेचे.

ये भी पढ़ें-Chandigarh-Manali NH: हाईवे पर मशीन से नहीं टूटे पत्थर, अब मैनुअली ब्लास्ट कर तोड़ी जा रही विशालकाय चट्टानें

ABOUT THE AUTHOR

...view details