शिमला: हिमाचल प्रदेश में आसमान से अबकी बार आफत की बारिश बरस रही है. भारी बारिश से सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं और निजी संपत्ति के नुकसान के साथ भारी जानी नुकसान भी हो रहा है. जानकारी के मुताबिक मानसून अब तक प्रदेश में 176 लोगों की जान ले चुकी है. जबकि करीब 200 लोग घायल हुए हैं. प्रदेश को अब तक बरसात से 5361 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है, जबकि हजारों आशियाने और गौशालाएं ढह गई है.
बरसात की भेंट चढ़ी 176 जिंदगियां: हिमाचल प्रदेश में मानसून में संपत्तियों के साथ ही भारी जानी नुकसान भी हो रहा है. बताया जा रहा है कि बरसात में अब तक 176 लोगों की मौत हुई है, जबकि मानसून में करीब 198 लोग घायल हुए हैं. भारी बारिश के कारण सड़कों, जल परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है. अब तक प्रदेश में 5361 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है, हालांकि इसके और बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है.
प्रदेशभर की 566 सड़कें बंद: मिली जानकारी के अनुसार इस बरसात में पीडब्ल्यूडी को 1739 करोड़ का नुकसान आंका गया है. सैकड़ों सड़कों के साथ करीब 34 पुल भी बारिश में क्षतिग्रस्त हुए हैं और 14 पुल बाढ़ में बह गए हैं. लगातार हो रही बारिश प्रदेश में कई सड़कें बंद हो रही हैं. बताया जा रहा है कि अभी भी 566 सड़कें प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अवरुद्ध हैं. इनमें 363 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन की बंद हैं, जबकि 152 सड़कें मंडी जोन की बंद हैं. वहीं, कांगड़ा जोन के तहत 39 सड़कें और हमीरपुर जोन में 10 सड़कें बाधित हैं. दो एनएच भी अभी तक बाधित हैं. पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़कों को बहाल करने के काम में टिप्पर, जेसीबी सहित करीब एक हजार मशीनें लगाई हुई हैं, लेकिन बार-बार हो रही बारिश से सड़कें फिर से बंद हो रही हैं.