हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

Himachal Weather Update: हिमाचल में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी, प्रदेश में जारी रहेगा बरसात का कहर

हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा. मौसम विभाग शिमला ने आगामी दिनों के लिए प्रदेश में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश में इस बार भारी बरसात के कारण हजारों करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. कई लोगों ने भारी बारिश की आफत में जान गंवाई है. (Yellow Alert in Himachal) (Himachal Weather Update)

Himachal Weather Update.
हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट.

By

Published : Aug 6, 2023, 10:12 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल आफत की बारिश का सिलसिला काफी लंबा चलने के आसार हैं. प्रदेश में जहां भारी बारिश के कारण पहले ही करोड़ों का नुकसान हो चुका है. वहीं, एक बार फिर बरसात के बादल प्रदेश पर आफत बरसाने को तैयार हैं. मौसम विभाग शिमला ने आगामी 11 अगस्त तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जाहिर की है. रविवार को प्रदेश में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.

यहां हुई सबसे ज्यादा बारिश: मौसम विभाग शिमला के अनुसार शनिवार को पांवटा साहिब में सबसे ज्यादा 108 मिमी बारिश दर्ज की गई. जबकि धौला कुआं में 69 मिमी बारिश, पालमपुर में 55 मिमी, धर्मशाला में 29 मिमी, शिमला में 27 मिमी और मंडी और मशोबरा में 18 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

बरसात में करोड़ों का नुकसान: वहीं, भारी बारिश के चलते प्रदेश में बड़े स्तर पर तबाही हुई है. हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मानसून की शुरुआत हुई थी. मानसून शुरू होने से लेकर अब तक प्रदेश में हजारों करोड़ों का नुकसान हुआ है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार हिमाचल प्रदेश को इस बरसाती आफत से करीब 6,676 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

प्रदेश में थमी वाहनों की रफ्तार: जानकारी के मुताबिक शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-5 समेत प्रदेशभर में 278 सड़कें बंद हैं. जो कि वाहनों की आवाजाही के लिए बिलकुल बाधित हैं. इसके अलावा भारी बारिश के चलते कई लोगों की जानें गई हैं. अब तक 201 लोगों की इस आफत में मौत हो चुकी है. भारी बारिश से आई आपदा के कारण कई लोगों के आशियाने पूरी तरह से तबाह हो गए हैं.

(पीटीआई इनपुट)

ये भी पढे़ं:Himachal Disaster: हिमाचल में बारिश से बर्बादी, 6600 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, 317 सड़कें बंद, अभी भी मंडरा रहे खतरे के बादल

ABOUT THE AUTHOR

...view details