शिमला : मंडी जिले का नारायण पिछले हफ्ते अपने दोस्त की शादी में पांवटा साहिब गया था. जहां डीजे की धुन पर डांस करते करते 30 साल नारायण जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई. ये खबर और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई लेकिन ये कोई इकलौता मामला नहीं है. बीते हफ्ते ही सिरमौर जिले में एक बुजुर्ग की मौत एक कार्यक्रम में लोकनृत्य के दौरान हो गई. पिछले कुछ सालों में जिम में कसरत करते वक्त या किसी शादी समारोह में डांस करते वक्त मौत की खबरें अब आम हो चली हैं लेकिन इस तरह के वीडियो और खबरें डराने वाली हैं क्योंकि ये आपके दिल का मामला है. आपका कमजोर होता दिल इसकी सबसे बड़ी वजह है.
70% मरीज हार्ट अटैक के - आईजीएमसी अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर पीसी नेगी बताते हैं कि आईजीएमसी के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में रोजाना आने वाले 60 से 70 प्रतिशत मरीज ऐसे होते हैं जो हार्ट अटैक से ग्रसित होते हैं. बाकी मरीज दिल की अन्य बीमारी से जुड़े होते हैं. आईजीएमसी प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है. जहां दिल के मरीजों का आंकड़ा बता रहा है कि हिमाचलियों का दिल कमजोर हो रहा है.
क्यों नाचते-नाचते हो रही है मौत- डॉ. पीसी नेगी के मुताबिक इन दिनों नाचते-नाचते या जिम में कसरत करते हुए मौत के जो मामले सामने आ रहे हैं उनकी वजह अनुवांशिक (Heredity) भी हो सकती है. दिल की धड़कन का कभी अनियमित होना अनुवांशिक हो सकता है. ऐसे मामलों में कोई लक्षण नहीं दिखते और अचानक मौत हो जाती है. डॉ. नेगी बताते हैं कि पहले एक उम्र के बाद दिल का दौरा पड़ने के मामले सामने आते थे लेकिन आजकल 30, 40 और 50 साल में ही दिल का दौरा या कार्डिएक अरेस्ट से मौत हो सकती है. दिल की धमनियों में (arteries) में क्लॉटिंग या हार्ट की मसल्स में थिकनेस (मोटा) होने के कारण दिल में ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पाता. जिसके कारण दिल की धड़कन बेतहाशा बढ़ जाती है और ब्लड प्रेशन बिल्कुल डाउन हो जाता है. ऐसे समय में अगर मरीज को सीपीआर या प्राथमिक इलाज ना मिले तो मौत हो सकती है.
हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट में अंतर- कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण नजर नहीं आते. जब दिल अचानक ही शरीर में ब्लड पंप करना बंद कर दे तो व्यक्ति बेहोश हो जाता है. समय पर इलाज ना मिले तो व्यक्ति की मौत हो सकती है. आजकल कई लोग कार्डिएक अरेस्ट की वजह से अपनी जान गंवाते हैं. ब्लड क्लॉटिंग, मसल्स थिकनेस आदि वजहों से जब दिल में ब्लड की सप्लाई ठीक से नहीं होती तो हार्ट अटैक की स्थित बनती है जिससे जान भी जा सकती है.
हार्ट अटैक के लक्षण- एक्सपर्ट्स के मुताबिक हार्ट अटैक के कुछ लक्षण हैं जिन्हें महसूस करते ही मरीज को तुरंत अस्पताल जाना चाहिए. सीने में दर्द, बाजू में दर्द, बहुत ज्यादा पसीना आना, उल्टी और कमजोरी जैसे लक्षण हार्ट अटैक के हो सकते हैं. ब्लड प्रेशर डाउन होना और फिर आंखों के आगे अंधेरा भी छा सकता है. बिना कारण इस तरह के लक्षण हार्ट अटैक के हो सकते हैं.